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दार्जिलिंग हिंसाः राजनाथ ने की बातचीत की अपील, GJM ने निकाला शांति मार्च

दार्जिलिंग में सुरक्षाबलों के साथ जारी तकरार के बाद 3 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है। मौत के बाद प्रदर्शनों का दौर और तेज हो गया है।

Updated on: 18 Jun 2017, 02:10 PM

highlights

  • दार्जिलिंग में हिंसा को लेकर गृह मंत्री राजनाथ ने की शांति की अपील
  • राजनाथ ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में हिंसा से नहीं बातचीत से निकलेगा समाधान

नई दिल्ली:

दार्जिलिंग में सुरक्षाबलों के साथ जारी संघर्ष में 3 प्रदर्शनकारियों की मौत के खिलाफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने दार्जिलिंग में शांति मार्च निकाला है।

इलाके में जारी कर्फ्यू के बीच गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने लोगों से बाहर निकलने की अपील की थी। इस झड़प में एक पुलिस अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

जीजेएम अब अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा चुका है। हड़ताल का आज सातवां दिन है।

राज्य में जारी हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा, 'भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हिंसा से कभी हल नहीं निकलेगा। आपसी बातचीत से मुद्दे सुलझाए जा सकते हैं।'

राजनाथ ने कहा, 'मैंने ममता बनर्जी से बात की है। उन्होंने बताया कि वहां हालात सुधर रहे हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वह हिंसा का सहारा नहीं लें।'

जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग ने ममता बनर्जी की बातचीत की अपील को खारिज करते हुए केंद्र के साथ बातचीत के संकेत दिए थे। गुरुंग ने कहा, 'अगर पुलिस हमें रोकेगी तो हम आंदोलन जारी रखेंगे। हम और दिक्कतें पैदा करेंगे।'

गुरुंग इससे पहले ममता बनर्जी पर झूठ बोलने का भी आरोप लगा चुके हैं। ममता ने जीजेएम पर उग्रवादियों से समर्थन लेने का आरोप लगाया था।

गुरुंग की अपील पर सुबह करीब ग्यारह बजे से शांति मार्च शुरू हुआ। गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग में विरोध प्रदर्शन पिछले कई दिनों से जारी है। बंगाली को पश्चिम बंगाल के सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य बनाए जाने के फैसले के खिलाफ पहाड़ी इलाकों में आंदोलन की शुरुआत हुई थी।

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