logo-image

केरल में बाढ़ का कहर, 40 साल में पहली बार खुले इडुक्की बांध के 5 शटर, एर्नाकुलम-त्रिशूर में हाई अलर्ट

सेना की कुल 8 टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। 'ऑपरेशन मदद' के तहत सेना ने केरल के पहाड़ी इलाकों से अब तक 55 लोगों को बचा लिया है।

Updated on: 11 Aug 2018, 09:23 AM

नई दिल्ली:

केरल में बारिश और तूफान से बाढ़ का कहर जारी है। राज्य में बाढ़ के चलते 40 साल में पहली बार इडुक्की डैम के पांच शटर खोल दिए गए हैं। राज्य में बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। इतना ही नहीं करीब 54 हजार लोगों के बेघर होने की भी खबर है। मौसम विभाग ने एर्नाकुलम और त्रिशूर में हाई अलर्ट तो वयानड जिले में 14 अगस्त तक के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।

सेना की कुल 8 टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। 'ऑपरेशन मदद' के तहत सेना ने केरल के पहाड़ी इलाकों से अब तक 55 लोगों को बचा लिया है। वयानड जिले के 1964 परिवारों के 10400 लोगों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है।

केरल के कई जिलों में बुधवार से भारी बारिश जारी है जिस वजह से कई इलाके पानी में डूब गए हैं जबकि बांधों में जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।

बाढ़ से बुरी तरह बेहाल इंदुकी जिले के कलेक्टर जीवन कुमार ने मीडिया को बताया कि उन्होंने लोगों को मुन्नार और आस पास के जिलों में सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है जहां पर जलस्तर कम है।

उन्होंने कहा, 'हमारी रेस्क्यू टीम बाढ़ से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। हम मुन्नार में स्थिति राहत शिविरों में लोगों को शिफ्ट करने में मदद कर रहे हैं क्योंकि भारी बारिश की वजह से चेरूथोनी में पानी का स्तर बढ़ गया है। और अगले कुछ दिनों में राज्य में और ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है।'

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से टेलीफोन पर बात की और बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी ली। राजनाथ ने उन्हें केंद्र की तरफ से हरसंभव सहायता दिए जाने का आश्वासन भी दिया।

राजनाथ ने ट्वीट किया, 'केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से बात की और राज्य में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। मैंने राज्य सरकार को केंद्र से सभी संभावित सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।'

राजनाथ ने कहा कि राहत और बचाव अभियान चल रहा है और गृह मंत्रालय स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए है। केरल में बड़े इलाके बाढ़ के पानी से भरे हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह 12 अगस्त को केरल का दौरा किया है। 

वहीं दूसरी तरफ केरल में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए सीएम पिनाराई विजयन ने लोगों और संस्थाओं से मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने की अपील की। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने 10 करोड़ रुपये और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने 5 करोड़ रुपये केरल के मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने की घोषणा की है।