केरल में जलप्रलय, दुख के बीच राहत शिविर में गूंजी शहनाई
जहां एक ओर केरल 96 सालों में बाढ़ से सबसे ज्यादा बेहाल है, वहीं मलप्पुरम जिले में रविवार को एक राहत शिविर में शादी की शहनाई गूंज उठी।
नई दिल्ली:
जहां एक ओर केरल 96 सालों में बाढ़ से सबसे ज्यादा बेहाल है, वहीं मलप्पुरम जिले में रविवार को एक राहत शिविर में शादी की शहनाई गूंज उठी। यहां शरण लिए एक युवा जोड़े ने शादी रचाई है। राहत शिविर में रहने वाले अन्य लोग भी इस खुशी में शामिल हुए और नवदंपति को शुभकामनाएं दीं।
तीन दिन पहले यहां के एमएसपी स्कूल शिविर में रहने आईं अंजू ने तिरिपुन्थ्रा मंदिर में सैजू के साथ विवाह किया। इस शादी में उनके रिश्तेदार और राहत शिविर में रहने वाले अन्य लोग भी शामिल हुए।
दुल्हन के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया, 'हमारे घर का तीन चौथाई हिस्सा पानी में डूबा हुआ है। शुरू में हमने शादी स्थगित करने का फैसला किया। लेकिन जब हमें यहां लोगों का सहयोग मिला, तो हमने योजना के मुताबिक आगे बढ़ने का फैसला किया।'
मंदिर ट्रस्टी विवाह के मौके पर शानदार भोज कराने के लिए सहमत हो गए।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मलप्पुरम जिले के थिरुनावाया और निलांबुर राहत शिविरों में भी इसी तरह के विवाह हुए हैं।
आठ अगस्त से भारी बारिश व बाढ़ से जूझ रहे जिलों में से एक मल्लपुरम भी है। राज्य में फिलहाल 183 राहत शिविर संचालित हो रहे हैं, जिनमें 30,000 से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है।
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