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LIVE: केरल में बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या 94 हुई, 1.65 लाख राहत शिविरों में

वायनाड में तैनात की गई टीम को राहत सामग्री और वाहन प्रबंधन के वितरण में नियोजित किया गया था, जबकि अन्य चार टीमों को सामान्य बचाव अभियान में तैनात किया गया था।

Updated on: 16 Aug 2018, 09:18 PM

नई दिल्ली:

 केरल में भारी बारिश से बांध और नदियां उफान पर हैं। बाढ़ से मृतकों की संख्या बढ़कर 94 हो गई। शनिवार तक और बारिश होने की संभावना है। प्रतिकूल मौसम को लेकर केरल में बुधवार शाम से रेड अलर्ट जारी है। बुधवार को कुल 28 लोगों की मौत की खबर है। बीते 24 घंटों में मध्य केरल का पत्तनमतिट्टा जिला सर्वाधिक प्रभावित रहा। यहां छात्रों सहित हजारों की संख्या में लोग रानी, अरनमुला और कोझेनचेरी में अपने घरों में फंसे हैं। 

कोल्लम से नौका बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंची और रक्षाकर्मियों की सहायता से बचाव अभियान जारी रहा। राष्ट्रीय राजमार्ग एर्नाकुलम और त्रिशूर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को नियंत्रित है। एर्नाकुलम और अंगामाले के बीच रेल संचालन बंद हैं। तिरुवनंतपुरम रेलवे स्टेशन पर टिकट जारी नहीं किए जा रहे हैं।

सभी शैक्षणिक संस्थान गुरुवार को बंद हैं। राज्य की राजधानी में बारिश कम होने से स्थिति में गुरुवार को सुधार हुआ। निचले इलाकों में जलभराव भी कम हो रहा है। वहीं, गुरुवार को भी मल्लापुरम, कोझिकोड, पलक्कड़ और त्रिशूर में लोगों के मरने की खबर है। 

एनार्कुलम और त्रिशूर के हिस्सों में इडुक्की जिलों से बांध का पानी पेरियार और इसीक सहायक नदियों तक पहुंचने से एनार्कुलम और त्रिशूर को जूझना पड़ रहा है। वहीं, शनिवार तक लगातार बारिश होने के पूवार्नुमान के कारण केरल में 33 बांधों के प्रवेश द्वार मंगलवार को खोल दिए गए। अधिकारी का कहना है कि लोकप्रिय पर्यटक स्थल मुन्नार में स्थिति खराब है।

प्रशासन का कहना है कि अकेले वायनाड में 20,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे को बुधवार को शनिवार तक के लिए बंद कर दिया गया क्योंकि पेरियार नदी का पानी परिचालन क्षेत्र तक आ गया है। 

Live अपडेट्स

केरल बाढ़ से मरने वालों की संख्या 94 पहुंची, 11 लापता, 41 घायल, 1,65,538 लोगों को 1155 राहत कैंप में लाया गया, 2857 घरों की क्षति और 3393 हेक्टेयर फसलों का नुकसान

# केरल में लगातार हो रही है भारी बारिश, कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का हालिया दृश्य।

# बाढ़ प्रभावित एलुवा से भारतीय तटरक्षक बल ने एक बच्चे को बचाया।

# केरल में बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या 87 हुई, गुरुवार दोपहर तक 20 और लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जिनमें अधिकांश मलप्पुरम, कोझिकोड, पलक्कड़ और त्रिशूर के रहने वाले थे।

# कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर्स ने एर्नाकुलम में बचाव अभियान चलाया, थ्रिसूर, अलूवा और पेरमबवूर से 132 लोगों को बचाया गया।

# केरल के पेरमबवूर में तैनात भारतीय नौसेना की तीन टीमों ने मछलीपट्टनम से 45 लोगों को बचाया, लगातार हो रही बारिश फंसे थे ये लोग।

# केरल में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या 79 हुई।

बता दें कि केरल में हो रही लगातार बारिश के बाद वहां की नदियां उफान पर हैं और प्रतिदिन हालात बिगड़ रहे हैं। केरल में बुधवार को जोरदार बारिश होने के बाद 19 और लोगों की मौत हो गई। अधिक तबाही के बाद अधिकारियों को पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। इन मौतों की रपट के बाद, राज्य में 18 अगस्त से हो रही मूसलाधार बारिश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है।

केरल के सभी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है जिसमें इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पाथनमथिट्टा, कन्नुर और एर्नाकुलम में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं।

कोचीन हवाईअड्डे को इसके परिसर में पानी घुसने की वजह से शनिवार तक बंद कर दिया गया है। मंगलवार को देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के 33 बांधों के गेट को खोलना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है।

बारिश के शनिवार तक जारी रहने की संभावना जताई गई है। मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने केरल में आई इस त्रासद बाढ़ का सामना करने के लिए लोगों से उदारता से आर्थिक व अन्य तरह से योगदान देने की अपील की है।

विजयन ने बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। उन्हें सभी जरूरी मदद का आश्वासन दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य में मदद करने के लिए और बलों को भेजने का वादा किया।

बुधवार को भारी बारिश के बाद घर गिरने से मलप्पुरम में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। तीन लापता बताए जा रहे हैं, जबकि एक बच्चे को बचा लिया गया है। एक व्यक्ति की मौत मुन्नार में लॉज के गिरने की वजह से हुई। पाथनमथिट्टा में एक 70 वर्षीय महिला की मौत करंट लगने से हो गई। इस महिला का घर पानी में डूब गया था।

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भूस्खलन से मलप्पुरम में भी लोगों की जान गई है। तिरुवनंतपुरम जिले में घर की दीवार गिरने से एक सत्तर वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। राज्य की राजधानी में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई, जिसमें निचले इलाके डूब गए। अधिकारियों ने लोगों के लिए तत्काल वहां 14 राहत शिविरों खोला।