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अजय माकन बोले - क़दमों में आ ही गए केजरीवाल, चिदंबरम SC में दिल्ली सरकार का रखेंगे पक्ष

दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई 'दिल्ली का बॉस' मामले में राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए चिदंबरम को वकील नियुक्त किया।

Updated on: 04 Nov 2017, 04:25 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जैसे ही सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई 'दिल्ली का बॉस' मामले में राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए चिदंबरम को वकील नियुक्त किया।

विरोधियों को केजरीवाल पर निशाना साधने का मौक़ा मिल गया।

दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आजय माकन ने ट्वीट करते हुए पूछा, 'बधाई हो पी. चिदंबरम। एक समय आपके सबसे बड़े आलोचक रहे अरविंद केजरीवाल और AAP ने आपको दोषमुक्त किया। क्या AAP माफी मांगेगी।'

आगे माकन ने लिखा, 'केजरीवाल आखिरकार चिदंबरम के कदमों में झुक गए।'

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ज़ाहिर है कि 2014 में केजरीवाल ने भ्रष्ट नेताओं की एक लिस्ट जारी की थी जिसमें कई बड़े नेताओं के नामों में पी चिदंबरम का भी नाम शामिल था।

बता दें कि दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट के उस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है जिसमें कोर्ट ने कहा था कि उपराज्यपाल (LG) के पास राज्य सरकार से अधिक अधिकार है।

हाई कोर्ट ने फैसले में कहा है कि उपराज्यपाल दिल्ली के मुखिया हैं और सरकार के हर फैसले में उनकी मंजूरी जरूरी है।

गुरुवार को दिल्ली में शासन संचालन का अधिकार किसके पास है? LG के पास या निर्वाचित राज्य सरकार के पास? इन सवालों पर सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने सुनवाई शुरू की थी।

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प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्र की अध्यक्षता वाली पांच जजों (जस्टिस एके सीकरी, एएम खानविल्कर, डीवाई चंद्रचूड़ और अशोक भूषण) की संविधान पीठ ने मामले पर सुनवाई शुरू की।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रावधान के मुताबिक उपराज्यपाल को संविधान ने प्रमुखता दी है। दिल्ली सरकार को कोई भी निर्णय लेने के लिए उपराज्यपाल की सहमति लेनी होगी। बतौर केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली सरकार के अधिकारों की संविधान में व्याख्या की गई है और उसकी सीमाएं तय हैं।

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