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'रहमोकरम' वाले बयान पर बीजेपी का निशाना, कहा- कांग्रेस ATM के 'चीफ मैनेजर' कुमारस्वामी

केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने ट्वीट करके पूछा कि क्या वह सत्ता में बने रहने की खातिर कन्नड़ लोगों के हितों से समझौता करेंगे।

Updated on: 29 May 2018, 09:46 AM

नई दिल्ली:

कर्नाटक के सीएम एच डी कुमारस्वामी के कांग्रेस के 'हम कांग्रेस की कृपा पर निर्भर हैं' वाले बयान को लेकर राजनीतिक बयानबाजी काफी तेज़ हो गई है।

कर्नाटक बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की इस टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि वह 'अपने ही लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं।'

दूसरी ओर, दिल्ली में बीजेपी के एक प्रवक्ता ने कुमारस्वामी पर निशाना साधते हुऐ कहा कि वह राज्य में कांग्रेस के एटीएम के ‘चीफ मैनेजर (सीएम)’ हैं और गांधी परिवार के चरणों में दंडवत हैं।

केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने ट्वीट करके पूछा कि क्या वह सत्ता में बने रहने की खातिर कन्नड़ लोगों के हितों से समझौता करेंगे।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘एचडी कुमारस्वामी, कर्नाटक के माननीय मुख्यमंत्री, कह रहे हैं कि वह 6 करोड़ कन्नड़ लोगों के नहीं, कांग्रेस के ऋणी हैं। श्रीमान, मैं आपसे पूछना चाहूंगा- (1) क्या आप सत्ता में बने रहने की खातिर कन्नड़ लोगों के हितों से समझौता करेंगे। (2) भ्रष्टाचारी कांग्रेस के लिए आपका स्थानीय रुख क्या है ? क्या यह साझेदारी का उद्यम है।’

पार्टी ने कहा कि कुमारस्वामी को इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए था।

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वहीं बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने ट्वीट कर लिखा, ‘एच डी कुमारस्वामी का यह बयान साबित करता है कि उन्हें कर्नाटक के 6 करोड़ लोगों की कोई परवाह नहीं है। अपने ही लोगों का मजाक उड़ाने में लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए मुख्यमंत्री को इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए था।’

दिल्ली में बीजेपी ने कुमारस्वामी पर निशाना साधते हुऐ कहा कि वह कर्नाटक में कांग्रेस के एटीएम के ‘मुख्य प्रबंधक (सीएम)’ हैं और गांधी परिवार के चरणों में दंडवत हैं।

बीजेपी का यह हमला जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) नेता के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस की दया पर निर्भर हैं न कि कर्नाटक की जनता पर क्योंकि उन्हें पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। हाल में हुए विधानसभा चुनावों में जेडीएस तीसरे स्थान पर रही थी।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं को बताया, ‘इससे दुखद कुछ नहीं हो सकता। यह देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को पूरी तरह कमतर करना है और एक तरह से भारतीय लोकतंत्र का अपमान है।’

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उन्होंने कहा कि दक्षिण राज्य में यह हालत लोकप्रिय जनादेश का कांग्रेस- जेडीएस द्वारा मखौल बनाए जाने का नतीजा है। बीजेपी कर्नाटक की 222 सीटों पर हुए विधानसभा चुनावों में 104 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के तौर पर सामने आई थी लेकिन पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। इसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने हाथ मिला लिया था और राज्य में गठबंधन सरकार बनाई।

पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लिये कर्नाटक एक एटीम था। इसके लिए उसे कुमारस्वामी के रूप में एक मुख्य प्रबंधक मिल गया है, दक्षिणी राज्य की सरकार जनपथ से चलाई जाएगी।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘कांग्रेस को कर्नाटक में अपने एटीएम के लिये एक नया प्रबंधक मिल गया है, उनके (कुमारस्वामी) बयान के बाद हम यह कह सकते हैं। लोग पूछ रहे हैं कि उनका मुख्यमंत्री कौन है।’

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिये पूरा देश परिवार है जबकि कांग्रेस के लिये पार्टी का ‘प्रथम परिवार’ ही देश है। पात्रा ने कहा, ‘कुमारस्वामी एक परिवार के चरणों में दंडवत हैं।’

वहीं बाद में बचाव की मुद्रा में आए कुमारस्वामी ने कहा कि उनका मकसद राज्य के लोगों का अनादर करना नहीं था।

कुमारस्वामी ने कहा कि उनका मतलब यह नहीं था कि वह सिर्फ कांग्रेस के प्रति उत्तरदायी हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा मतलब था कि जब तक वे मुझे समर्थन दे रहे हैं, मैं पद पर बने रह सकता हूं। लिहाजा, हमें जो भी कार्यक्रम चलाने हैं, मैं कांग्रेस की दया पर ही रहूंगा।’

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