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कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस और जेडीएस के चुनाव पूर्व गठबंधन से समीकरण कुछ और होते!

अगर कांग्रेस और जेडीएस का चुनाव पूर्व गठबंधन हुआ होता तो दोनों पार्टियां 115 सीटों के साथ बहुमत में होती। या फिर ज्यादा सीटें लाने की संभावना भी बन सकती थी।

Updated on: 15 May 2018, 07:38 PM

highlights

  • कांग्रेस के बाद बीजेपी ने भी किया सरकार बनाने का दावा
  • बीएसपी ने राज्य में एक सीट जीतकर दक्षिण में खोला खाता
  • कांग्रेस एच डी कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमत है

बेंगलुरु:

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस हार के बावजूद जनता दल (सेक्युलर) जेडीएस के साथ सरकार बनाने की कवायद कर रही है।

राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन बहुमत लाने में असफल रही है। बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने भी सरकार बनाने का भरोसा जताया है।

बता दें कि कांग्रेस पार्टी करीब 78 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है वहीं पू्र्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस को 37 सीटें मिल रही हैं।

ऐसे में कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का फैसला किया है और एच डी देवगौड़ा के बेटे एच डी कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमत है।

बीजेपी का दावा

बीजेपी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल वजुभाई वाला से कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका देने का आग्रह किया है।

येदियुरप्पा ने विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार व पार्टी नेताओं के साथ राज्यपाल से मुलाकात के बाद यह टिप्पणी की।

येदियुरप्पा के इस बयान के बाद कांग्रेस के राज्य में सरकार बनाने के दावे फंस सकते हैं। हालांकि राज्यपाल के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर बीजेपी को बुलाने पर भी पार्टी के लिए बहुमत साबित करना मुश्किल हो सकता है।

चुनाव पूर्व गठबंधन से साफ होता बहुमत

चुनाव के नतीजे के बाद त्रिशंकु विधानसभा के कारण सरकार बनाने को लेकर फंसी पेंच साफ होती नहीं दिख रही है। अगर कांग्रेस और जेडीएस का चुनाव पूर्व गठबंधन हुआ होता तो दोनों पार्टियां 115 सीटों के साथ बहुमत में होती। या फिर ज्यादा सीटें लाने की संभावना भी बन सकती थी।

बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने राज्य में चुनाव पूर्व जेडीएस के साथ गठबंधन किया था और राज्य में एक सीट जीतकर दक्षिण में अपना खाता भी खोल लिया।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राज्य में 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। राज्य में दलितों की आबादी 24 फीसदी है ऐसे में बीएसपी के साथ गठबंधन से जेडीएस को भी काफी फायदा मिला है।

इस तरह अगर कांग्रेस चुनाव पूर्व जेडीएस के साथ गठबंधन करती तो उसे ज्यादा सीटें मिलने की संभावना रहती।

इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा कि कांग्रेस ने यदि जेडीएस से गठबंधन किया होता तो पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी।

ममता ने ट्वीट कर कहा, 'कर्नाटक चुनाव के विजेताओं को बधाई। जो हार गए हैं, वो धुंआधार वापसी करें। यदि कांग्रेस ने जेडीएस से गठबंधन किया होता तो नतीजे अलग होते।'

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