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कर्नाटक में येदियुरप्पा ने मानी हार, फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम पद से दिया इस्तीफा

कर्नाटक में तमाम राजनीतिक उठापटक के बाद सीएम येदियुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। फ्लोर टेस्ट से पहले ही विधानसभा में येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

Updated on: 19 May 2018, 11:58 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में तमाम राजनीतिक उठापटक के बाद सीएम येदियुरप्पा ने विधानसभा में अपने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। फ्लोर टेस्ट से पहले ही विधानसभा में येदियुरप्पा ने भावुक भाषण देते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर किया।  येदियुरप्पा ने राज्यपाल वाजुभाई से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया। येदियुरप्पा इस बार महज ढाई दिनों के लिए ही सीएम पद पर रह पाए।

राज्य में अब जनता दल सेक्युलर और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है।

विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने के दौरान अपने विदाई भाषण में येदियुरप्पा बेहद भावुक नजर आए और कहा, 'मैं आखिरी सांस तक कर्नाटक की सेवा करता रहूंगा और जनता के लिए जान भी दे सकता हूं।'

उन्होंने कहा, 'आज मेरे लिए अग्निपरीक्षा है लेकिन कर्नाटक के लोगों के लिए मैंने जीवन भर अग्निपरीक्षा दी है। मैं किसानों के लिए काम कर रहा हूं लेकिन सिद्धारमैया ने इस राज्य के लिए कुछ नहीं किया है।

क्या था बहुमत का गणित

विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत साबित करने के लिए 110 सीटों की जरूरत थी जबकि चुनाव में उसे 104 सीटें मिली है।

ऐसे में विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए बीजेपी को 6 और सीटों की जरूरत थी। जनता दल सेक्युलर और कांग्रेस ने दावा किया था कि बहुमत उनके पास है। जेडीएस (38) और कांग्रेस (78) गठबंधन के पास 116 सीटें है जो बहुमत के आकंड़े से 6 सीटें ज्यादा है। अब इस गठबंधन के सरकार बनाने का रास्त साफ हो गया है।

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गौरतलब है कि 15 मई को आए चुनाव परिणाम में कर्नाटक में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन दे दिया था।

लेकिन येदियुरप्पा ने राज्यपाल वाजुभाई से मिलकर सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया जिसे राज्यपाल ने भी मान लिया।

राज्यपाल ने येदियुरप्पा को सीएम बनने का आमंत्रण देने के साथ ही 15 दिनों के भीतर बहुमत साबित करने का आदेश दिया था।

हालांकि इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई और आधी रात को इसपर सुनवाई हुई। कोर्ट ने शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से तो इनकार कर दिया था लेकिन येदियुरप्पा को आज शाम 4 बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था। बहुमत साबित करने से पहले ही येदियुरप्पा ने हार स्वीकार कर ली और अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

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