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कैराना उपचुनाव से पहले पीएम मोदी का ऐलान, प्रति क्विंटल गन्ने पर 5.50 रुपये की मिलेगी आर्थिक मदद

रविवार को यूपी के बागपत में 'ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे' के उद्घाटन क बाद रैली को संबोधित करते हुए किसानों के मुद्दे को उठाया।

Updated on: 27 May 2018, 06:29 PM

बागपत:

2019 लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के कैराना संसदीय सीट पर सोमवार को होने वाला उप-चुनाव राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है।

विपक्षी दलों की एकजुटता के सामने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए यह उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है।

शामली जिले के कैराना लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के तबस्सुम हसन मैदान में हैं। तबस्सुम हसन को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने समर्थन दिया है।

रविवार को यूपी के बागपत में 'ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे' के उद्घाटन क बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए किसानों के मुद्दे को उठाया।

पीएम मोदी ने रैली के दौरान किसानों को देश का अन्नदाता बताते हुए कहा कि इस वर्ष बजट में गांव और खेती से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए 14 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है।

कैराना उप-चुनाव प्रचार के दौरान जोर शोर से उठाए गए मुद्दे पर भी पीएम मोदी ने एक बार फिर प्रमुखता से उठाया।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'यहां के गन्ना किसानों के लिए भी हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। पिछले साल ही हमने गन्ने का समर्थन मूल्य लगभग 11 फीसदी बढ़ाया था। इससे गन्ने के 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ हुआ था।'

पीएम मोदी ने कहा, 'गन्ना किसानों को चीनी मिलों से बकाया मिलने में देरी न हो, इससे जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया गया है। सरकार ने तय किया है कि प्रति क्विंटल गन्ने पर 5 रुपए 50 पैसे की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी। ये राशि चीनी मिलों को न देकर सीधे गन्ना किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।'

बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली, मुजफ्फरनगर और इसके आस-पास के जिलों में सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन होता है। गन्ना किसानों को सही भुगतान नहीं मिलने के कारण कई बार प्रदर्शन हो चुके हैं।

इसलिए कैराना उपचुनाव में इस मुद्दे को लेकर सभी दलों ने खूब राजनीतिक रोटियां भी सेकी है।

गौरतलब है कि गोरखपुर और फुलपुर लोकसभा सीट हारने के बाद बीजेपी के लिए उपचुनाव में जीत हासिल करना बड़ी चुनौती हो गई है।

कैराना से बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन से यह सीट खाली हुई थी, 28 मई को होनो वाले चुनावों के वोटों की गिनती 31 मई को होगी।

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