जज लोया केस: बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की
बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएशन जज बी एच लोया की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की है।
highlights
- सुप्रीम कोर्ट के जांच की मांग के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की
- कोर्ट ने जज लोया की मौत मामले में एसआईटी जांच की मांग को राजनीति से प्रेरित बताया था
- जज लोया की मौत 2014 में हुई थी जिस वक्त वे सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे
नई दिल्ली:
बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएशन ने जज बी एच लोया की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की है।
पिछले महीने 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने जज बीएच लोया मामले की मौत मामले की स्वतंत्र जांच की मांग को खारिज कर दिया था।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाले तीन जजों की बेंच ने जज लोया की मौत मामले में एसआईटी जांच की मांग को खारिज करते हुए कहा था कि उनकी मौत प्राकृतिक रूप से हुई थी।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए एम खानविलकर और डी वाई चंद्रचूड़ ने याचिका पर सुनवाई की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने सामाजिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला, बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएन, पत्रकार बंधुराज सम्भाजी लोन, एनजीओ सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) और अन्य की याचिकाओं पर यह फैसला सुनाई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने इन याचिकाओं को राजनीति से प्रेरित बताया था।
बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जज लोया की मौत दिसंबर 2014 में उस वक्त हुई थी जब वे गुजरात के सोहराबुद्दीन शेख फर्जी एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कई बड़े पुलिस अधिकारियों का नाम भी शामिल था।
अधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक जज लोया की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी जब वे नागपुर में अपने एक मित्र की बेटी की शादी में शामिल होने गए थे।
हालांकि अंग्रेजी पत्रिका कैरेवन की कई रिपोर्ट के अनुसार जज लोया की मौत रहस्यात्मक बताई गई।
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