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झारखंड: आधार नहीं होने पर राशन से इनकार, भात-भात कहते हुए मरी बच्ची

झारखंड के सिमडेगा जिले से एक बेहद शर्मनाक खबर सामने आई है, जहां 11 साल की एक बच्ची ने भूख के कारण अपना दम तोड़ दिया।

Updated on: 17 Oct 2017, 02:38 PM

highlights

  • राशन डीलर ने महीनों पहले आधार कार्ड नहीं होने के कारण उसके परिवार का राशन कार्ड रद्द कर दिया था
  • बच्ची की मां ने कहा- डीलर ने मुझे राशन देने से मना कर दिया, मेरी बेटी 'भात-भात' कहते हुए मर गई
  • हाल ही में भारत वैश्विक भूख सूचकांक में 119 देशों की सूचकांक में 100वें नंबर पर आया था

नई दिल्ली:

झारखंड के सिमडेगा जिले से एक बेहद शर्मनाक खबर सामने आई है, जहां भूख की वजह से 11 साल की एक बच्ची की मौत हो गई। मृत बच्ची की मां ने बताया कि उसने पिछले 4-5 दिनों से कुछ भी नहीं खाया था।

बता दें कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन डीलर ने महीनों पहले आधार कार्ड नहीं होने के कारण उसके परिवार का राशन कार्ड रद्द कर दिया था, जिससे अनाज नहीं मिल सका था।

पीडीएस स्कीम के तहत अनाज नहीं मिल पाने के कारण 28 सितंबर को ही बच्ची की मौत हो चुकी थी।

बच्ची की मां ने कहा, 'डीलर के पास चावल लेने गई थी, लेकिन मुझे बताया गया कि मुझे राशन नहीं दिया जाएगा। मेरी बेटी 'भात-भात' कहते हुए मर गई।'

राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और राशन के वितरण के भी आदेश दिए गए हैं।

राय ने कहा, 'डीलरों को साफ आदेश दिए गया है कि आधार कार्ड लिंक नहीं होने के कारण किसी भी व्यक्ति को राशन से वंचित नहीं किया जाएगा।'

राज्य के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि सिमडेगा जिलाधिकारी 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपेगी, इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डिजिटल इंडिया के इस दौर में जब हम वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने की बात कर रहे हैं, ऐसे में 'भोजन के अधिकार' छीनने और भूख के कारण इस तरह की मौतें सरकारी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठा रही है।

अभी हाल ही में भारत वैश्विक भूख सूचकांक में 119 देशों की सूचकांक में 100वें नंबर पर आया था, जो कि एशिया के कई देशों से पीछे है।

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