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खतरे में शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता, बोले-BJP के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर बनाउंगा 'महागठबंधन'

पटना में राष्ट्रीय जनता दल (सुप्रीमो) लालू यादव की 'बीजेपी भगाओ देश बचाओ' रैली में शामिल होकर शरद यादव से आफत मोल ली है। जनता दल यूनाइडटेड (जेडी-यू) के बागी नेता यादव को पार्टी की सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है।

Updated on: 27 Aug 2017, 11:21 PM

highlights

  • लालू की रैली में शामिल होने के बाद जा सकती शरद यादव की सदस्यता
  • महागठबंधन ने नीतीश के अगल होने के फैसले का विरोध करते रहे हैं यादव

नई दिल्ली:

पटना में राष्ट्रीय जनता दल (सुप्रीमो) लालू यादव की 'बीजेपी भगाओ देश बचाओ' रैली में शामिल होकर शरद यादव से आफत मोल ली है। जनता दल यूनाइडटेड (जेडी-यू) के बागी नेता यादव को पार्टी की सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है।

पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने कहा, 'रैली में शामिल होकर उन्होंने अपनी सदस्यता के लिए समस्या खड़ी कर ली है। जल्द ही इस बारे में राज्यसभा के सभापति को जानकारी दी जाएगी।'

त्यागी ने कहा, 'उन्हें बता दिया गया था कि इसे पार्टी विरोधी गतिविधि के रूप में देखा जाएगा और इसका मतलब होगा कि वह खुद ही पार्टी छोड़ चुके हैं। 10वीं अनुसूची के मुताबिक ऐसा करने की वजह से वह राज्यसभा की सदस्यता भी खो देंगे।'

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गौरतलब है कि महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ जाने के नीतीश के फैसले का विरोध कर रहे यादव को पार्टी पहले ही राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा चुकी है।

रैली में यादव ने कहा कि लोकतंत्र जुमलों से नहीं, सच्ची बोली से चलती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भले ही बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़ लिया, लेकिन अब देश में महागठबंधन बनेगा।

शरद ने कहा कि आज देश की हालत बहुत खराब है, इसे बदलना है।

उन्होंने कहा, 'मैंने कई लोगों को मुख्यमंत्री बनाया, कई लोगों को सांसद, नेता बनाया, लेकिन कभी खुद कुर्सी पर बैठने की लालसा नहीं रही। मैंने उनकी खिदमत की है, लेकिन गरीबों की सेवा करना कभी नहीं छोड़ा। जनता से बड़ा तो कोई मालिक नहीं है। हमें 70 साल के हो चुके आजाद भारत को पांच साल में बदलना है।'

उन्होंने कहा कि एक तरफ देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, तो दूसरी ओर किसानों की हत्या की जा रही है। मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार ने जून में आंदोलन कर रहे किसानों पर गोली चलवाकर छह किसानों की जान ले ली।

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