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कश्मीर में अलगाववादियों का नया फरमान, अब केवल शुक्रवार को बंद होगी घाटी

अलगाववादियों ने 26 जनवरी को कश्मीर के लोगों से काल दिवस के तौर पर मनाने की बात कही है। महबूबा मुफ्ती राज्य में हिंसा और षड्यंत्रों के लिए पाकिस्तान और अलगाववादियों को जिम्मेदार ठहरा चुकी हैं।

Updated on: 16 Jan 2017, 01:09 PM

नई दिल्ली:

पिछले कई महीनों से कश्मीर घाटी में जारी अलगाववादियों का आंदोलन अब सीमित होता जा रहा है। समाचार एजेसी पीटीआई के मुताबिक अब अलगाववादी अपना विरोध प्रदर्शन केवल शुक्रवार को करेंगे। अलगाववादियों ने हर शुक्रवार को कश्मीर घाटी बंद रखने की घोषणा की है।

हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से अलगाववादी लगातार कश्मीर में प्रदर्शन कर रहे हैं। तब अलगाववादियों ने हफ्ते में 5 दिन विरोध प्रदर्शन का फरमान सुनाया था। बाद में इसे घटाकर 3 दिन और अब केवल शुक्रवार तक सीमित कर दिया है।

अलगाववादियों ने 26 जनवरी को भी कश्मीर के लोगों से काल दिवस के तौर पर मनाने की बात कही है।

पिछले ही हफ्ते जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य में हिंसा और षड्यंत्रों के लिए पाकिस्तान और अलगाववादियों को जिम्मेदार ठहराया था। महबूबा ने साथ ही स्थिति को संभालने के लिए सुरक्षाबलों का बचाव करते हुए कहा था, 'जब भीड़ पेट्रोल बम, पत्थरों और कुल्हाड़ियों के साथ पुलिस थाने पर हमला करती है तो बल का प्रयोग नहीं करना मुश्किल हो जाता है।'