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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान से कहा, ले जाओ आतंकी अबु दुजाना का शव

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान से कहा है कि वह लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबु दुजाना का शव अपने वतन ले जाए।

Updated on: 02 Aug 2017, 02:03 PM

highlights

  • जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तानी उच्चायोग से कहा लश्कर कमांडर अबु दुजाना का शव ले जाएं
  • मंगलवार को पुलवामा में एनकाउंटर में मारा गया था अबु दुजाना और उसका दोस्त
  • दुजाना पाकिस्तान के PoK के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र का रहने वाला था

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान से कहा है कि वह लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबु दुजाना का शव अपने वतन ले जाए।

पाकिस्तानी आतंकवादी अबु दुजाना को पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को उस वक्त मार गिराया, जब वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में अपनी पत्नी से मिलने आया था।

मारे गए आतंकवादी के सिर पर 15 लाख रुपये का इनाम था। मुठभेड़ में उसका एक साथी भी मारा गया।

दुजाना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र का रहने वाला था। इसकी पुष्टि करते हुए पुलिस ने पाकिस्तानी उच्चायोग से कहा कि वह अपने नागरिक आतंकी अबु दुजाना का शव ले जाए।

पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा, 'अगर वह (पाकिस्तान) शव पर दावा नहीं करता है तो, हम रीति-रिवाज के तहत शव को दफन कर देंगे।'

प्रशासन की इच्छा है कि दुजाना के परिजन उसकी अंत्येष्टि से पहले आखिरी बार अपने बेटे को देख पाएं और इसी मंशा से पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क साधा गया।

पुलिस ने दुजाना के शव की अंत्येष्टि के लिए उसे स्थानीय नागरिकों को सौंपने से मना कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'शव को उन स्थानीय नागरिकों को सौंपने का कोई मतलब नहीं हैं, जो घाटी का नहीं है।'

दुजाना अगस्त 2015 में उधमपुर हमला सहित भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों में शामिल था। उधमपुर हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि 12 अन्य घायल हो गए थे।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अबु दुजाना के मारे जाने को एक 'बड़ी उपलब्धि' बताया। पुलिस के मुताबिक, वह लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था और 2012 से दक्षिणी कश्मीर में सक्रिय था।

सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जे.एस.संधु के साथ संववादाताओं से बातचीत में पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा, 'दुजाना के मारे जाने से अशांति फैलाने वालों को झटका लगेगा।'

खान और लेफ्टिनेंट जनरल संधु ने कहा कि दुजाना ज्यादातर समय 'अय्याशी' में बिताता था।

सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, पुलवामा जिले के गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने मंगलवार तड़के करीब तीन बजे गांव को घेर लिया, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई।

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घर में मौजूद दुजाना की पत्नी तथा उसके माता-पिता को घर से निकल जाने को कहा गया। परिवार को कहा गया कि वे पाकिस्तानी आतंकवादी को समर्पण करने के लिए राजी करें। लेकिन उसने इनकार किर दिया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

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