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फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम चिल्ला सकते हैं लेकिन हमारे पास ताकत नहीं की अक्साई चिन चीन से ले लें

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनके (चीन) पास अक्साई चिन, हम उसे लेकर चिल्ला तो सकते हैं लेकिन हमारे पास ताकत नहीं है कि हम उनसे वह ले सके।

Updated on: 17 Jul 2017, 03:26 PM

नई दिल्ली:

विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनके (चीन) पास अक्साई चिन, हम उसे लेकर चिल्ला तो सकते हैं लेकिन हमारे पास ताकत नहीं है कि हम उनसे वह ले सके।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अब्दुल्ला ने कहा, 'चीन आज पाकिस्तान का दोस्त है, अगर हमने (भारत) उनसे दोस्ती निभाई होती तो चीन पाकिस्तान का दोस्त नहीं होता।'

आपको बता दें की जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा था कि 'दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से चीन भी कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करने लगा है'।

चीन ने इसी सप्ताह कहा था कि वह कश्मीर मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध सुधारने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। भारत ने हालांकि चीन की पेशकश ठुकराते हुए कहा कि वह पाकिस्तान के साथ कश्मीर मसले पर द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के लिए नहीं।

चीन से भारत का सिक्किम के डाकोला में भी तनाव है। चीन मीडिया इस मसले पर भारत को कई बार युद्ध की भी धमकी दे चुका है।

फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद अब्दुल्ला ने शपथ ली। उन्होंने कश्मीरी भाषा में शपथ ली। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने उन्हें बधाई दी।

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अब्दुल्ला ने श्रीनगर-बड़गाम संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से उपचुनाव जीता था, जिसमें उन्होंने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के अपने प्रतिद्वंद्वी नजीर अहमद को 10,000 से अधिक मतों से हराया था।

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