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घाटी से विस्थापित कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को घाटी से पलायन कर गए हजारों कश्मीरी पंडितों की घर वापसी की मांग का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया।

Updated on: 19 Jan 2017, 04:56 PM

highlights

  • जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापस लाए जाने का प्रस्ताव पारित
  • 1990 के दशक में घाटी में आतंकवाद की वजह से बड़े पैमाने पर पंडितों का पलायन शुरू हुआ था

New Delhi:

जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को घाटी से पलायन कर गए हजारों कश्मीरी पंडितों की घर वापसी की मांग का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया।

विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा से जम्मू और अन्य भारतीय राज्यों में रह रहे कश्मीरी पंडितों की घर वापसी को संभव बनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने की मांग की।

अध्यक्ष कविंद्र गुप्ता ने नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के नेता की सलाह को इस सुझाव के साथ स्वीकार किया कि इन परिवारों की घाटी में वापसी से पहले अनुकूल परिस्थितियां सुनिश्चित की जानी चाहिए।

पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी के नेता अब्दुल रहमान वीरी ने प्रस्ताव पेश किया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। राज्य में 1989 में जब सशस्त्र उग्रवाद शुरू हुआ था, तब बड़े पैमाने पर कश्मीरों पंडितों का पलायन शुरू हो गया था।