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पाकिस्तान की जनता ने आतंकवाद और हाफिज को नकारा, भारत को पड़ोसी से जगी नई उम्मीदें

पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती जारी है और अभी तक के रुझानों के मुताबिक पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ (पीटीआई) बढ़त बनाए हुए है।

Updated on: 26 Jul 2018, 04:46 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती जारी है और अभी तक के रुझानों के मुताबिक पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ (पीटीआई) बढ़त बनाए हुए है।

पीटीआई दूसरी पार्टियों के मुकाबले 119 सीटों पर सबसे आगे चल रही है। इन सबके के बीच सबसे खासबात यह है कि इस चुनाव में पाकिस्तान के आम लोगों ने भी आतंकवाद को पूरी तरह से नकार दिया है। इसका सबसे बड़ा सबूत मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी के एक भी उम्मीदवार का चुनाव में नहीं जीतना है।

आतंकी हाफिज सईद की पार्टी अल्लाह ओ अकबर (एएटी) ने 272 में से 265 असेंबली सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पाकिस्तान की जनता ने इन सभी को सिरे से खारिज कर दिया। हालात यह है कि हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद और दामाद खालिद वलीद भी अपने सीट पर हारते हुए नजर आ रहे हैं।

आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के आम जनमानस के इस रुख से भारत सरकार भी बेहद खुश है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तानी अवाम के इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि वहां की जनता ने आतंकी हाफिज सईद के खिलाफ वोट कर आतंकवाद को हराया है।

उन्होंने कहा, 'यह साफ है कि पाकिस्तानी जनता ने हाजिफ सईद को चुनाव जीतने में मदद नहीं की है। हम उम्मीद करते हैं कि जो नई सरकार वहां बनेगी वो हमसे अच्छे संबंध रखेंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि वहां की आवाम ने हाफिज सईद के खिलाफ वोट कर आतंकवाद के खिलाफ वोट किया है।'

हालांकि एनडीए सरकार के ही दूसरे मंत्री और बीजेपी नेता आरके सिंह की इससे अलग राय है। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि भारत को लेकर इसमें कोई बदलाव आएगा। सबसे बड़ा मुद्दा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद है और इसमें कोई अंतर आएगा। वहां सेना ही देश की नीति तय करती है और वो जो कर रहे हैं वहीं करेंगे।'

गौरतलब है कि पाकिस्तान में राजनीतिक पार्टियों के बीच तीखे मतभेद को देखते हुए आतंकी हाफिज सईद को लगता था कि भारत विरोधी बातों के जरिए पाकिस्तान की जनता उन्हें सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाएगी लेकिन अभी तक आए रुझानों ने उनकी इस कोशिश को पूरी तरह नाकाम कर दिया है और उसकी पार्टी का खाता तक नहीं खुला है।

पीटीआई बना सकती है पाकिस्तान में सरकार

पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थकों ने अंतिम नतीजों से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया है लेकिन पूर्व क्रिकेटर और नेता इमरान खान ने जीत को लेकर अभी कोई ट्वीट या बयान जारी नहीं किया है।

पंजाब प्रांत में 50 फीसदी मतदान केंद्रों के शुरुआती रुझान सामने आए हैं, जिसमें पीएमएल-एन 129 प्रांतीय सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और पीटीआई 122 सीटों के साथ कड़ी टक्कर दे रही है।

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खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में इमरान खान की पार्टी पीटीआई साफतौर पर बढ़त बनाए हुए है। पीटीआई यहां 64 सीटों पर आगे है जबकि मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए)12 सीटों पर आगे है।

सिंध में 37 फीसदी मतदान केंद्रों के शुरुआती नतीजों में पीपीपी-पी 75 सीटों के साथ आगे है जबकि पीटीआई 22 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। बलूचिस्तान में बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) 12 प्रांतीय सीटों पर आगे है जबकि बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी) नौ सीटों पर आगे है।

नवाज की पार्टी ने लगाया वोटों की गिनती में धांधली का आरोप

विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना जारी है। पीटीवी न्यूज के मुताबिक, इमरान खान इस्लामाबाद निर्वाचन क्षेत्र में पीएनएल-एन के शाहिद खाकान अब्बासी से आगे हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने आधीरात को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के नतीजों को खारिज करती है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पार्टी ने चुनाव में भारी धांधली और अनियमितता की वजह से नतीजों को नकार दिया है। हालांकि, निर्वाचन आयोग के सचिव बाबर याकूब ने मतगणना में धांधली की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है।

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