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इराक के विदेश मंत्री की भारत यात्रा, 39 लापता भारतीयों पर चर्चा संभव

दोनों देशों के बीच इराक के संघर्षरत मोसुल में तीन साल पहले लापता हुए 39 भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर चर्चा होगी।

Updated on: 24 Jul 2017, 09:00 AM

नई दिल्ली:

इराक के विदेश मंत्री इब्राहिम अल-जाफरी सोमवार को भारत के पांच दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि मुलाक़ात के दौरान दोनों देशों के बीच इराक के संघर्षरत मोसुल में तीन साल पहले लापता हुए 39 भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर चर्चा होगी। भारत दौरे पर आए जाफरी अपने समकक्ष भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ चर्चा करेंगे।

सुषमा ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि इराक में लापता 39 भारतीयों के हाल ही में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के कब्जे से आजाद कराए गए मोसुल में एक जेल में क़ैद होने की आशंका है।

सुषमा ने कहा था कि नौ जुलाई को मोसुल की आईएस से आजादी के बाद लापता भारतीयों की तलाश और रिहाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा था कि मूलत: पंजाब के रहने वाले इन 39 लापता भारतीयों के बादुश की एक जेल में कैद होने की आशंका है।

मामले की पड़ताल के लिए विदेश राज्यमंत्री वी. के. सिंह को इरबिल भी भेजा गया था।

वी. के. सिंह लापता भारतीयों के बारे में जानकारी जुटाने 12 जुलाई को मोसुल के पेशमर्गा मोर्चे भी गए थे। सिंह ने बताया था कि पेशमर्गा से अभी भी आईएस आतंकियों को खदेड़ा जा रहा है। उन्होंने वहां इराक के विदेश मंत्री से भी मुलाकात की थी।

समाचार पत्रों में दी गई रिपोर्ट के मुताबिक बादुश की जेल पूरी तरह ढह चुकी है और वहां किसी भी भारतीय नागरिक के होने का कोई संकेत नहीं है।

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सुषमा स्वराज भारतीय नागरिकों के जून, 2014 में लापता होने के बाद से उनके परिजनों से 10 से अधिक बार मिल चुकी हैं और आश्वासन देती रही हैं कि सरकार उनकी तलाश के लिए हर कदम उठा रही है। सुषमा ने यह भी कहा है कि उन्हें कई महीनों से लगातार ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि लापता भारतीय नागरिक जीवित हैं।

लापता भारतीय नागरिकों के मुद्दे के अलावा सुषमा और इराक के विदेश मंत्री दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा करेंगे, जिसमें आपसी हित के क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे भी शामिल होंगे।

भारत दौरे पर जाफरी केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान से भी मुलाकात करेंगे और उसके बाद उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी से मिलेंगे। 

जाफरी बुधवार को मुंबई के लिए रवाना होंगे।

भारत और इराक के बीच 2016-17 में 13 अरब डॉलर का कारोबार हुआ। भारत की ऊर्जा सुरक्षा में भी इराक का अहम योगदान है और भारत को कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।

भारत से हर साल नजफ और कर्बला की तीर्थ यात्रा के लिए हजारों की संख्या में लोग इराक की यात्रा करते हैं।

इराक ने कहा, मोसुल से लापता 39 भारतीयों की जानकारी नहीं