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1971 में अगर इंदिरा गांधी ने नोटबंदी लागू की होती तो आज यह हालत नहीं होती: मोदी

मोदी के मुताबिक, 'यह काम 1971 में किया जाना चाहिए था। ऐसा नहीं होने से हमारा बहुत नुकसान हुआ है।'

Updated on: 16 Dec 2016, 05:17 PM

highlights

  • कांग्रेस के लिए दल लेकिन बीजेपी के लिए देश का महत्व ज्यादा: मोदी
  • 'नोटबंदी के प्रस्ताव पर इंदिरा गांधी ने कहा था क्या कांग्रेस को अब आगे चुनाव नहीं लड़ना है?'

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए नोटबंदी के फैसले का बचाव किया और कहा कि यह फैसला अगर 1971 में ही इंदिरा गांधी की सरकार ने ले लिया होता तो देश आज उस स्थिति में नहीं होता जहां अभी है।

मोदी के मुताबिक, 'यह काम 1971 में किया जाना चाहिए था। ऐसा नहीं होने से हमारा बहुत नुकसान हुआ है।'

पीएम ने एक पूर्व नौकरशाह माधव गोडबोले की किताब का हवाला देते हुए कहा कि यह प्रस्ताव तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सामने लाया गया था लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री के मुताबिक तब इंदिरा गांधी ने नोटबंदी के प्रस्ताव पर कहा था कि क्या कांग्रेस को अब आगे चुनाव नहीं लड़ना है?

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मोदी यही नहीं रूके और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए पार्टी सबसे पहले है कि बीजेपी के लिए दल से बड़ा देश है।

प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का विरोध कर रही लेफ्ट पार्टी CPI(M) पर भी हमला बोला और कहा कि कांग्रेस से गठजोड़ करने के बाद वामपंथी अपनी विचारधार से समझौता कर चुके हैं। मोदी ने कहा कि सभी जानते हैं कि ज्योति बसु ने एक बार कहा था कि इंदिरा गांधी ने काले धन के बलबूते ही राज करती रही थीं।

बसु की टिप्पणी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, '(कांग्रेस की) सरकार कालाधन की, कलाधन द्वारा और कालाधन के लिए है।'

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साथ ही पीएम ने अपने सांसदों को निर्देश दिया कि वे डिजिटल पेमेंट को सफल बनाने के लिए लोगों को इस बारे में जागरूक करें। पीएम ने बीजेपी सांसदों से कहा कि वे अपने क्षेत्र के लोगों को डिजिटल पेमेंट और कैशलेस पेमेंट पर सरकार की योजनाओं के बारे में बताएं और इसे सफल बनाने में मदद करें।

(IANS इनपुट के साथ)