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वायु प्रदूषण पर लग जाए लगाम तो बढ़ जाएगी भारतीयों की उम्र: WHO

वायु प्रदूषण की वजह से देश में हजारों-लाखों लोग समय से पहले मर रहे हैं या फिर बीमारी भरा जीवन जीने को मजबूर हैं।

Updated on: 13 Aug 2018, 11:24 PM

नई दिल्ली:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक अध्ययन जारी किया है जिसके अनुसार अगर भारत वायु की गुणवत्ता के लिए उसकी ओर से तय किए गए मानकों तक पहुंच जाता है तो भारतीयों की उम्र में लगभग 4 साल की बढ़ोतरी हो जाएगी। WHO की ओर से 'रोडमैप टुवर्ड्स क्लीनिंग इंडियाज एयर' नाम के इस नए अध्ययन में यह दावा किया गया है। 

यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो और हार्वर्ड कैनेडी स्कूल के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए इस अध्ययन में भारत में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति पर ध्यान दिलाते हुए बताया गया है कि भारत को हर साल वायु प्रदूषण के कारण करीब 5 खरब डॉलर यानी करीब 350 खरब रुपये का नुकसान झेलना पड़ता है।

शोधकर्ताओं के समूह ने इस समस्या से उबरने के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं जिनमें अत्यधिक उत्सर्जन करने पर आर्थिक दंड शामिल है। इसी अध्ययन में कहा गया है कि अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय मानकों तक पहुंचे तो भारत के लोग औसत से 4 साल ज्यादा जी पाएंगे। 

वायु प्रदूषण की वजह से देश में हजारों-लाखों लोग समय से पहले मर रहे हैं या फिर बीमारी भरा जीवन जीने को मजबूर हैं। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के गुणवत्ता के अनुसार फाइन पार्टिकल मैटर (PM2.5) को सालाना स्तर पर 10ug/m3 के बीच रहना चाहिए और रोजना इसका स्तर 25ug/m3 तक होना चाहिए। वहीं, PM10 का स्तर सलाना 20ug/m3 और 24 घंटे में 50 ug/m3 के बीच होना चाहिए। 

आपको बता दें कि यह अध्ययन देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाकों में रहने वाले 66 करोड़ भारतीयों के जीवन पर आधारित है। अध्ययन में प्रदूषण से निजात पाने के लिए जो सुझाव दिए गए हैं उनमें उत्सर्जन पर रियल टाइम डेटा मुहैया कराना, अत्याधिक उत्सर्जन करने वालों पर जुर्माना, लोगों को प्रदूषकों के बारे में जानकारी देना शामिल हैं।