logo-image

उद्यमी भारत को डाटा विश्लेषण का केंद्र बनाने में मदद करें : रविशंकर प्रसाद

मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार को नीति निर्माण के लिए आंकड़ों की जरूरत होती है लेकिन प्राप्त आंकड़े बगैर किसी नाम के हों।

Updated on: 26 Apr 2018, 07:09 PM

नई दिल्ली:

उद्योगपति मुकेश अंबानी के बार-बार दोहराए जाने वाले बयान से संकेत लेते हुए केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उद्यमियों से भारत को डाटा (आंकड़े) विश्लेषण का केंद्र बनाने में मदद करने की अपील की।

उद्योगपति मुकेश अंबानी अक्सर कहते रहे हैं कि 'डाटा नया तेल' है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्यागिकी मंत्रालय, उद्योग संगठन एसोचैम और एरिक्सन के सहयोग से आयोजित एक कार्यक्रम में प्रसाद ने कहा, 'आप भारत को डाटा विश्लेषण का बड़ा केंद्र बनाने में कैसे मदद कर सकते हैं? क्योंकि किसी ने कहा कि डाटा नया तेल है।'

मंत्री ने कहा कि सरकार को नीति निर्माण के लिए आंकड़ों की जरूरत होती है लेकिन प्राप्त आंकड़े बगैर किसी नाम के हों। कार्यक्रम स्टार्ट-अप्स उद्यमों की पहचान के लिए करवाया गया था।

मंत्री ने कहा, 'मान लीजिए की किसी क्षेत्र विशेष में भारी तादाद में बच्चे किसी बीमारी से प्रभावित हैं और सरकार उनकी मदद के लिए नीति बनाना चाहती है। हमें आपकी मदद (स्टार्ट-अप्स) की जरूरत होती है। आपके पास आंकड़े होने चाहिए कि देश के इस भाग में वह खास बीमारी क्यों हो रही है। इस संबंध में भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक आंकड़ों का संकलन किया जाना चाहिए।'

उन्होंने कहा, 'लेकिन आंकड़े बेनाम हों ताकि पीड़ितों के नाम जाहिर न हों।'

प्रसाद ने आगे कहा, 'आंकड़ों की निजता पर मेरा रुख स्पष्ट है कि आंकड़ों की उपलब्धता व उपयोगिता, आंकड़ों का नवोन्मेष व निजता और नाम रहित होने के बीच संतुलन होना चाहिए।'

मंत्री ने कहा, 'हम कई आंकड़े सृजित करते हैं उनकी समुचित सुरक्षा होनी चाहिए।'

और पढ़ें: केंद्र सरकार ने पुनर्विचार के लिए SC को जस्टिस जोसेफ की फाइल लौटाई, इंदु मल्होत्रा बनीं जस्टिस