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आतंक और वार्ता साथ नहीं, लेकिन आतंक को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत में कोई हर्ज नहीं: भारत

भारत ने पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और बातचीत की भारतीय नीति में नरमी का संकेत दिया है।

Updated on: 11 Jan 2018, 07:19 PM

highlights

  • भारत ने पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और बातचीत की भारतीय नीति में नरमी का संकेत दिया है
  • भारत ने कहा है कि दोनों देशों के बीच आतंकवाद को लेकर निश्चित तौर पर बातचीत की जा सकती है

नई दिल्ली:

भारत ने पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और बातचीत की भारतीय नीति में नरमी के संकेत दिया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और बातचीत का रास्ता साथ-साथ नहीं चल सकता है लेकिन दोनों देशों के बीच आतंकवाद को लेकर बातचीत जरूर की जा सकती है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हमने कहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते लेकिन निश्चित तौर पर आतंकवाद को लेकर बातचीत की जा सकती है।'

भारत ने पहली बार आधिकारिक तौर पर इस बात को स्वीकार किया कि देश से बाहर दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बीच बातचीत हुई थी।

मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'मैं इस बात को स्वीकार करता हूं कि बातचीत हुई थी और मुद्दा इस क्षेत्र से आतंक का खात्मा था। हमने इस बातचीत में जाहिर तौर पर सीमा पार से होने वाले आतंक के मुद्दे को भी उठाया।'

गौरतलब है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नसीर खान जंजुआ पिछले साल 26 दिसंबर को थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में मिले थे। हालांकि इस बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने अब तक कोई बयान जारी नहीं किया था।

2015 में भी ऐसे ही दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की गुप्त बैठक बैंकॉक में हुई थी, जिसकी जानकारी बाद में सार्वजनिक हुई थी।

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