मालदीव पर तय नियमों का पालन करेगा भारत, आपात स्थिति में एक्शन के लिए तैयार रहेगी आर्मी !
मालदीव में गहराते संकट के बीच भारत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसेड्योर (एसओपी) का पालन कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक भारत आपात स्थिति से निपटने अपनी सेना को तैयार रखेगा।
highlights
- मालदीव में गहराते संकट के बीच भारत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसेड्योर (एसओपी) का पालन कर सकता है
- सरकार के सूत्रों के मुताबिक भारत किसी आपात स्थिति से निपटने के अपनी सेना को तैयार रखेगा
नई दिल्ली:
मालदीव में गहराते संकट के बीच भारत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसेड्योर (एसओपी) का पालन कर सकता है।
सरकार के सूत्रों के मुताबिक भारत किसी आपात स्थिति से निपटने के अपनी सेना को स्टैंड बाय मोड पर यानी तैयार रखेगा।
भारत पहले ही मालदीव में आपातकाल की घोषणा, संवैधानिक अधिकारों के निलंबन और सुप्रीम कोर्ट के साथ सरकार की टकराव की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है।
एसओपी के तहत भारत पहले ही अपने नागरिकों को सुरक्षा एडवाइजरी जारी कर चुका है। हालांकि सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने यह नहीं बताया कि क्या सरकार ने इसी एसओपी के तहत अपनी सेना को तैयार रखा है या नहीं।
सूत्रों की माने तो दक्षिण भारत के अहम एयरबेस पर सेना का मूवमेंट देखा गया है।
एसओपी के तहत सेना को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा जाता है। सूत्रों ने कहा कि यह एसओपी से जुड़ी सामान्य बात है।
गौरतलब है कि मालदीव की सरकार के सुप्रीम कोर्ट का आदेश खारिज कर आपातकाल लगाए जाने के बाद पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से सैन्य और कूटनीतिक मदद की अपील की है।
और पढ़ें: चीन के खिलाफ ASEAN, कहा- बीजिंग की दादागिरी से बढ़ रहा तनाव
मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन गयूम ने देश में आपातकाल की घोषणा करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जजों को गिरफ्तार कर रखा है।
गौरतलब है कि मालदीव में आपातकाल की घोषणा के बाद वहां के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से सैन्य मदद और अमेरिका से आर्थिक प्रतिबंधों को लगाए जाने की अपील की है, वहीं चीन ने साफ किया है कि मालदीव अपनी इस समस्या को सुलझा सकता है।
चीन ने मंगलवार को उम्मीद जताई की मालदीव सरकार और विपक्षी पार्टियों के पास देश में उपजे राजनीतिक संकट को खुद सुलझाने की बुद्धिमत्ता है।
मालदीव के सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह मोहम्मद नशीद समेत विपक्षी पार्टियों के नौ सदस्यों को रिहा करने और 12 निष्कासित सांसदों को पद पर बहाल करने के आदेश दिए थे। इस आदेश के विरोध में सोमवार रात को राष्ट्रपति यामीन ने देश में 15 दिनों के आपातकाल की घोषणा की। इसके बाद से मालदीव में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है।
सेना ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल गयूम को भी गिरफ्तार कर लिया है। अब्दुल्ला यामीन गयूम के सौतेल भाई गयूम ने मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद की अगुवाई वाली विपक्षी पार्टी को समर्थन दिया है। नशीद ब्रिटेन में आत्म-निर्वासिन में हैं।
और पढ़ें: नशीद ने मांगी भारत से मदद, चीन ने कहा- मालदीव खुद सुलझा सकता है समस्या
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य