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लोकतंत्र की तारीफ में बोले चीफ जस्टिस, कभी मोदी चाय बेचते थे आज हैं पीएम

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय लोकतंत्र की खासियत बताते हुए कहा कि आज हमारे राष्ट्रपति दलित जाति से हैं।

Updated on: 16 Aug 2017, 12:03 AM

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय लोकतंत्र की खासियत बताते हुए कहा कि आज हमारे राष्ट्रपति दलित जाति से हैं। प्रधानमंत्री कभी चाय बेचते थे। मैं बिना किसी भेदभाव के इस देश में चीफ जस्टिस बना।

उन्होंने कहा, 'वह भारतीय थे, लेकिन केन्या के नागरिक के तौर पर पैदा हुए थे क्योंकि उनके माता-पिता उन दिनों वहीं रहते थे, लेकिन अब वह भारत के चीफ जस्टिस हैं। यह होती है स्वतंत्रता। हर कोई आज एक साथ है। जब आप स्वतंत्र होते हैं तो हर चीज आप पा सकते हैं।'

उन्होंने कहा, 'हमारी उप राष्ट्रपति ने पार्टी पोस्टर चिपकाते हुए राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। हमारे प्रधानमंत्री चाय बेचते थे।'

चीफ जस्टिस खेहर ने कहा, 'मेरा यह मजबूती से मानना रहा है कि भारत इसलिए धर्मनिरपेक्ष नहीं है क्योंकि संविधान ऐसा कहता है। धर्मनिरपेक्षता को संविधान की प्रस्तावना में आपतकाल के दौरान जोड़ा गया। भारत इसलिए धर्मनिरपेक्ष है, क्योंकि हमारी विरासत ऐसी ही है। महान ऋग्वेद से इसकी शुरुआत होती है। सच एक ही है उसे अलग-अलग ढंग से देखते हैं।'

स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल समेत अन्य वरिष्ठ कानूनविद मौजूद थे।

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