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इग्नू देश का पहला कैशलेस विश्वविद्यालय बना

विश्व के सबसे बड़े विश्वविद्यालय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने जुलाई-2017 सत्र में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके बाद इग्नू देश का सर्वप्रथम कैशलेस विश्वविद्यालय बन गया है।

Updated on: 26 Feb 2017, 10:56 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद से ही केंद्र देश को कैसलेश की राह पर लाने का पूरा प्रयास कर रही है। इसके लिए केंद्र सरकार बैंक से लेकर शिक्षा तक हर क्षेत्र को कैशलेस के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

सरकार के इसी पहले के मद्देनज़र विश्व के सबसे बड़े विश्वविद्यालय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने जुलाई-2017 सत्र में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके बाद इग्नू देश का सर्वप्रथम कैशलेस विश्वविद्यालय बन गया है।

वृंदावन योजना स्थित लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्र में इग्नू के कुलपति प्रो रवीन्द्र कुमार ने यह घोषणा अपने लखनऊ प्रवास के दौरान आयोजित सभा में की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष से इग्नू में प्रवेश एवं पुन: पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण रूप से ऑनलाइन कर दी गई है। आवेदन के लिए लिंक इग्नू की वेबसाइट पर उपलब्ध है, और इच्छुक अभ्यर्थी इग्नू की वेबसाइट पर उपलब्ध इस लिंक से इग्नू में प्रवेश एवं पुन: पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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प्रो रवींद्र ने बताया कि जून 2017 की सत्रांत परीक्षाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया भी पूर्णत: ऑनलाइन है एवं इच्छुक अभ्यर्थी 30 मार्च 2017 तक जून की परीक्षाओं में भाग लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन की इन प्रक्रियाओं द्वारा इग्नू भारत का सर्वप्रथम कैशलेस विश्वविद्यालय बन गया है। कैशलेस व्यवस्था को मूर्त रूप देने हेतु समस्त क्षेत्रीय केन्द्रों पर पीओएस मशीन स्थापित की जा रही हैं। क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ में भी मार्च के प्रथम सप्ताह में पीओएस मशीन के द्वारा इच्छुक अभ्यर्थी अपना शुल्क ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।

कुलपति ने बताया कि ज्ञानवाणी एवं ज्ञानदर्शन चैनल भी जल्द शुरू हो जाएगा। इग्नू की अध्ययन सामग्री भी इग्नू की वेबसाईट पर ई-ज्ञानकोष के नाम से उपलब्ध है, जिससे कोई भी ज्ञान प्राप्त कर सकता है। ई-धारा के माध्यम से इग्नू के कुछ विद्यापीठ अपने शिक्षार्थियों को इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का कार्य भी कर रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि आगामी मार्च माह में इग्नू अपना 30वां दीक्षांत समारोह आयोजित करेगा, जिसमें जून 2015 एवं जनवरी 2017 सत्र के उत्तीर्ण परीक्षार्थियों को डिग्री प्रदान की जाएगी।

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