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'हिंदू आतंकवाद' का नाम लेकर दिग्विजय ने असली आतंकियों को बचाया: पूर्व गृहसचिव

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एक बार विवादों में हैं। अपने ताजा बयान में दिग्विजय ने कहा कि जितने भी हिंदू आतंकवादी पकड़े गए हैं, सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं।

Updated on: 19 Jun 2018, 04:50 AM

नई दिल्ली:

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एक बार विवादों में हैं। अपने ताजा बयान में दिग्विजय ने कहा कि जितने भी हिंदू आतंकवादी पकड़े गए हैं, सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं।

वहीं उनके इस बयान पर पूर्व गृहसचिव आरवीएस मणि ने पलटवार करते हुए कहा कि हिंदू आतंकवाद दिग्विजय सिंह की ओर से गढ़ा गया झूठ है।

मणि ने दावा करते हुए कहा,' दिग्विजय सिंह ने 'हिंदू आतंक' शब्द और सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल कर असली आतंकियों को बचाया। उनके कारण समझौता एक्सप्रेस विस्फोट का मुख्य आरोपी अारीफ कस्मानी और मक्का मस्जिद विस्फोट मामले का आरोपी बिलाल बच निकला। मैं उनका राजनीतिक एजेंडा नहीं जानता लेकिन यह साफ करना चाहूंगा कि देश में हिंदू आतंक जैसा कुछ भी नहीं है।'

मणि ने दिग्विजय को झूठा बताते हुए कहा मैंने पहले भी यह कहा था कि 2010 तक हिंदू आतंक या उससे जुड़ी किसी चीज को कोई आधिकारिक जानकारी नहीं थी। हालांकि उसके बाद भी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। 

उन्होंने कहा, 'मैंने इस विषय पर एक पुस्तक लिखी है जो स्पष्ट रूप से बताती है कि कैसे दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंक शब्द की नींव रखी और इसे फैलाया।'

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गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के शाजापुर में शनिवार को हुए उपद्रव को लेकर शिवराज सरकार और आरएसएस पर निशाना साधा।

उन्होंने झबुआ में संबोधित करते हुए कहा,' जितनी भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गये हैं सब संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। महात्मा गांधी की हत्या करने वाले व्यक्ति नाथू राम गोडसे भी आरएसएस का हिस्सा थे। यह विचारधारा ही नफरत फैलाती है, नफरत हिंसा की ओर ले जाती है, जो आतंकवाद की ओर ले जाती है।'

संघ पर देश में नफरत और आतंकवाद फैलाने के कांग्रेस के इस नए बयान की बीजेपी ने कड़ी निंदा की है।

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