logo-image

मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में आफत की बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त

बारिश के चलते स्थानीय इलाकों में जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। यहां पर जल भराव के कारण कई पुलों पर पानी आ गया है जिसकी वजह से वाहनों की आवाजाही भी बाधित हो गई है।

Updated on: 12 Jul 2017, 11:05 AM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश के चलते मध्यप्रदेश की बीहर बिछिया और टमस नदी उफान पर हैं वहीं उत्तराखंड में कोसी, सुयाल और टेहरी नदी खतरे के निशान पर बह रही हैं।

बारिश के चलते स्थानीय इलाकों में जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। यहां पर जल भराव के कारण कई पुलों पर पानी आ गया है जिसकी वजह से वाहनों की आवाजाही भी बाधित हो गई है।

उत्तराखंड में रिषिकेश-चंबा रूट पर बेमुंडा नाले के ऊपर से पानी बह रहा है, जिसकी वजह से यहां पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है। वहीं टेहरी नदी में बारिश के चलते अचानक से जल स्तर बढ़ गया है।

और पढ़ें: भारी बारिश से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर, गंगा भी उफान पर

मध्यप्रदेश के रीवा जिले में पिछले चार दिन से लगातार बारिश के चलते मोहल्लों में जलजमाव होने लगा है। मंगलवार सुबह शुरू हुई बारिश अभी तक जारी है। बारिश के चलते पहाड़ी नदियों के साथ ही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की नदियों में जलस्तर बढ़ गया है।

जिला प्रशासन ने ऐहतियातन जिले में अगले 24 घंटे के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मंगलवार को 32.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। अब तक 306.2 मिमी बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों ने विंध्य क्षेत्र में 17 जुलाई तक बारिश की संभावना जताई है।

और पढ़ें: उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूकंप के झटके, जान माल की कोई क्षति नहीं

बीहर, बिछिया और टमस नदी का जलस्तर सामान्य से कई गुना अधिक बढ़ गया है। बीहर नदी में विक्रम पुल के पास शाम को 291.60 मीटर जलस्तर रहा। ये सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं।

जिला प्रशासन ने नगर निगम क्षेत्र में 17 राहत शिविर और जवा, त्योंथर में 114 बाढ़ प्रभावित जगहों के लिए 22 राहत शिविर बनाए हैं।