logo-image

गुजरात में बाढ़ से 83 मौतें, पीएम मोदी ने 500 करोड़ रुपये का दिया राहत पैकेज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात में आई बाढ़ के बाद राहत-बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है।

Updated on: 25 Jul 2017, 10:57 PM

highlights

  • गुजरात का बनासकांठा, साबरकांठा, अरवली, मेहसाणा, पाटन भीषण बाढ़ की चपेट में
  • पीएम मोदी ने राहत-बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया
  • बाढ़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देगी केंद्र सरकार

अहमदाबाद:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात में आई बाढ़ के बाद राहत-बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है।

साथ ही प्रधानमंत्री ने बाढ़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपये व घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे देने की घोषणा की है। गुजरात में बाढ़ के कारण 83 लोगों की जान गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित बनासकांठा, साबरकांठा और पाटन जिले का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कहा कि क्षति का आकलन तथा अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपाय सुझाने के लिए केंद्रीय शहरी विकास एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक दल राज्य का दौरा करेगा।

पीएम मोदी ने कहा, 'ऐसे हालात में, सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान होता है। बीमा कंपनियों को किसानों के फसलों व संपत्तियों को हुए नुकसान के तत्काल आकलन तथा दावों के निपटान के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी जाएगी।'

हवाई सर्वेक्षण के दौरान मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रूपानी तथा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी थे।

पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल तथा अधिकारियों के अलावा, रूपानी व पटेल के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद मोदी ने हालात से शीघ्रता से निपटने तथा संकट से निपटने का ब्लूप्रिंट पहले ही तैयार करने के लिए गुजरात सरकार की सराहना की।

और पढ़ें: बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात

बीते 36 घंटों के दौरान निरंतर बारिश के कारण उत्तरी गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा तथा पाटन जिले में बाढ़ आ गई है।

बनासकांठा जिले में गुरुवार शाम तक 46,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका था, जबकि 1,000 लोगों को बचाया गया है।

जिले के कुल 472 गांवों में बिजली गुल है, जबकि छह राष्ट्रीय राजमार्गो, 61 अन्य सड़कों तथा 287 पंचायतों की सड़कों पर आवागमन अवरुद्ध है।

इस क्षेत्र से होकर दिल्ली व उत्तर भारत जाने वाली 17 रेलगाड़ियों को रद्द किया गया है, दो को बीच रास्ते में ही रद्द किया गया, जबकि दो रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। 300 से अधिक बसों के परिचालन को भी रद्द किया गया है।

सेना, भारतीय वायुसेना, पुलिस तथा फायर ब्रिगेड बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को निकालने के काम में लगे हैं।

गुजरात के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा, 'खाने के दो लाख से अधिक पैकेट अन्य जिलों से बनासकांठा भेजे गए हैं।' राज्य के 203 में से 38 बांध हाई अलर्ट पर हैं।

अहमदाबाद नगर निगम के निगम आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा, 'हम हर हालात के लिए तैयार हैं और लोगों की मदद के लिए पुलिस तथा प्रशासनिक कर्मियों की तैनाती की गई है।'

शुक्र है कि उत्तरी गुजरात में बारिश थम गई है, जिससे बचाव व राहत कार्य में तेजी आई है। लेकिन मौसम विभाग ने बनासकांठा, साबरकांठा, अरवली, मेहसाणा तथा पाटन में अगले 48 घंटो के दौरान भारी बारिश की संभावना जताई है।

और पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट का सुब्रत रॉय को 1500 करोड़ रु. जमा कराने का निर्देश