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GST दरों में कटौती पर क्रेडिट लेने की होड़, राहुल बोले- 18% के लिए जंग रहेगी जारी

विपक्षी दलों का कहना है कि उसके लगातार मांग का नतीजा है कि केंद्र सरकार झुकी और 178 वस्तुओं पर जीएसटी दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करना पड़ा।

Updated on: 11 Nov 2017, 09:00 PM

नई दिल्ली:

वस्तु एवं सेवा (जीएसटी) में बड़े बदलाव के बाद केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार और विपक्ष में क्रेडिट लेने की होड़ मची है।

विपक्षी दलों का कहना है कि उसके लगातार मांग का नतीजा है कि केंद्र सरकार झुकी और 178 वस्तुओं पर जीएसटी दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करना पड़ा।

कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी के दबाव और गुजरात चुनाव के दौरान पार्टी के प्रचार को मिल रहे अच्छे समर्थन की वजह से मोदी सरकार इस कदम को उठाने पर मजबूर हुई है।

वहीं केंद्रीय मंत्रियों का दावा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संवेदनशीलता है परिणाम में है जीएसटी दर में बदलाव। केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने राहुल के बयान पर कहा कि क्या जीएसटी काउंसिल उनके अधीन है?

वहीं केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को जीएसटी के सवाल पर कहा कि 130 करोड़ लोगों के हिन्दुस्तान में अगर कोई सरकार दावा करती है कि उसके पास सभी जानकारी है तो यह गलत है। इसलिए जीएसटी में संशोधन किए जा रहे हैं।

राहुल-चिदंबरम ने थपथपाई पीठ

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी जीएसटी की अधिकतम 28 फीसदी की दर को घटाकर 18 फीसदी करने के लिए 'गब्बर सिंह टैक्स' के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।

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राहुल ने कहा, 'कांग्रेस और देश के लोग कई वस्तुओं पर जीएसटी की 28 फीसदी की दर को कम करने के लिए लड़े। इसे अधिकतम 18 फीसदी पर लाने के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। यदि बीजेपी इसे कम नहीं करेगी तो कांग्रेस करेगी।'

जीएसटी परिषद ने शुक्रवार को 178 वस्तुओं पर 28 फीसदी की दर को घटाकर 18 फीसदी कर दिया था।

पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को सरकार पर जीएसटी के अंतर्गत आने वाले कुछ वस्तुओं के कर दायरे को घटाने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि समझदारी का बीज अंकुरित होने, फूल बनने और उसके बाद फल के रूप में पकने में चार माह का समय लग गया।

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चिदंबरम ने एक ट्वीट में सरकार पर तंज कसते हुए कहा, 'वित्त मंत्रालय की इस बात के लिए तारीफ होनी चाहिए कि उसने देश की सूक्ष्म अर्थव्यवस्था (माइक्रो इकोनिमिक्स) में 'सुधार' करने में चार माह 10 दिन का समय लगाया।'

कांग्रेस नेता ने एक और ट्वीट कर कहा, 'सरकार की बुद्धिमत्ता का अंकुर फूटने, फूल बनने और उसके बाद पका हुआ फल बनने में चार माह 10 दिन का समय लग गया।'

बीजेपी ने पीएम को दिया क्रेडिट

पी चिदंबरम के हमले पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, 'हमें किसी की राय स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं है क्योंकि यह लोगों के फायदे के लिए है। इसलिए सबके विचारों का समान रूप से स्वागत है।'

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीएसटी दरों में बदलाव मोदी सरकार की 'संवेदनशीलता' को दिखाती है।

चिदंबरम ने कहा था कि सरकार अगले महीने होने वाले गुजरात चुनाव के कारण विपक्ष और विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान देने के लिए मजबूर होगी।

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