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जीएसटी लगाने के विरोध में महिलाओं ने वित्तमंत्री जेटली को भेजा सैनेटरी नैपकिन

महिलाओं के स्वच्छता प्रोडक्ट्स पर जीएसटी को तत्काल वापस लेने की मांग करने वाले कार्यकर्ताओं ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के कार्यालय में सेनेटरी नेपकिन को पोस्ट किया है।

Updated on: 11 Jul 2017, 10:14 PM

नई दिल्ली:

महिलाओं के स्वच्छता प्रोडक्ट्स पर जीएसटी को तत्काल वापस लेने की मांग को लेकर एसएफआई कार्यकर्ताओं ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के कार्यालय में सेनेटरी नेपकिन पोस्ट किया। इस मुद्दे पर बना एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। एसएफआई और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक विमेंस एसोसिएशन (एआईडवाए) के कार्यकर्ताओं ने नैपकिन पर 'ब्लीड विदआउट फीयर' (bleedwithoutfear) लिख कर भेजा।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र और एसएफआई कार्यकर्ता अनुराधा कुमारी ने देशभर की महिलाओं से आग्रह करते हुए कहा कि बेवजह लगाए गए टैक्स से लड़ने के लिए केंद्रीय मंत्री के कार्यालय में सैनिटरी पैड पोस्ट करें। वीडियो में अनुराधा कुमारी ने सवाल किया कि, 'अगर कंडोम और गर्भ-निरोधक टैक्स फ्री हो सकती है तो सैनिटरी पैड क्यों नहीं?'

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बता दें कि सेनेटरी नैपकिन पर 12 फीसदी जीएसटी लगाया गया है। जीएसटी के पहले सेनेटरी नैपकिन पर करीब 13.68 प्रतिशत कर लगता था। सेनेटरी पैड को लक्जरी वस्तुओं के रूप में माना जाता है और इसी अनुसार इस पर टैक्स लगाया गया है। 

स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष विकास भदौरिए ने कहा, 'सेनेटरी पैड को लक्जरी वस्तुओं के रूप में माना जाता है और इसी अनुसार इस पर टैक्स लगाया गया है।'

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