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राष्ट्रपति चुनाव: नायडू ने दिए सहमति बनाने के संकेत, उम्मीदवार पर विपक्ष से भी होगी चर्चा

बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) प्रेसिडेंट अमित शाह की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार तय करने के लिये तीन सदस्यीय समिति का गठन किए जाने के बाद विपक्षी दलों की बैठक होने जा रही है।

Updated on: 20 Jun 2017, 10:21 PM

highlights

  • विपक्ष की बैठक से पहले सरकार ने दिए बातचीत के संकेत, नायडू ने कहा सबकी सहमित से चुना जाएगा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
  • राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर सहमित बनाने की कोशिशों के तहत 14 जून को विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक होने जा रही है
  • सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दलों की तरफ से नियुक्त की गई 10 सदस्यीय समिति की यह पहली बैठक होगी

New Delhi:

बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) प्रेसिडेंट अमित शाह की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार तय करने के लिये तीन सदस्यीय समिति का गठन किए जाने के बाद पहली बार सरकार ने विपक्षी दलों के साथ बातचीत के संकेत दिए हैं। 

केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) भारत के अगले राष्ट्रपति पर सर्वसम्मति बनाने को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करेगा।

केंद्रीय शहरी विकास तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, 'हम चाहते हैं कि अगला राष्ट्रपति सर्वसम्मति से चुना जाए। सर्वसम्मत उम्मीदवार के लिए हम विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से बातचीत करेंगे।'

नायडू का यह बयान वैसे समय में आया है जब 14 जून को राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर सहमित बनाने की कोशिशों के तहत विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक होने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दलों की तरफ से नियुक्त की गई 10 सदस्यीय समिति की यह पहली बैठक होगी।

विपक्ष पहले ही साफ कर चुका है अगर सरकार राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर सहमित नहीं बनाती है, तो वह अपना अलग उम्मीदवार खड़ा करेंगे।

इससे पहले बीजेपी के नैशनल प्रेसिडेंट अमित शाह ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार तय किए जाने को लेकर एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। बीजेपी अध्यक्ष की इस समिति में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली और संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू को शामिल किया गया है।

इस समिति का मुख्य उद्देश्य एनडीए के घटक दलों के बीच सहमति बनाने के साथ ही विपक्षी दलों को भी सहमत करना है। 

राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने के लिये अमित शाह ने गठित की तीन सदस्यीय समिति

शाह की तरफ से समिति बनाए जाने के बाद पहली बार सरकार ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर सहमित बनाने की कोशिश की है। नायडू ने कहा कि एनडीए इस मुद्दे पर ओडिशा के बीजू जनता दल (बीजद) के साथ बातचीत के खिलाफ नहीं है।

नायडू 'सबका साथ, सबका विकास' कार्यक्रम में हिस्सा लेने ओडिशा में थे, जो नरेंद्र मोदी सरकार के केंद्र में तीन साल पूरा होने को लेकर मनाया जा रहा है।

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एनडीए के अंदर ही घमासान मचा हुआ है। बीजेपी की पुरानी सहयोगी और प्रमुख घटक दल शिवसेना ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है। लेकिन भागवत ने इस मांग को ठुकरा दिया है। बीजेपी शिवसेना की इस मांग पर चुप्पी साधे हुए है।

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