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मोदी सरकार ने 'चुनाव बॉन्ड' किया पेश, राजनीतिक पार्टियों के चंदे में आएगी पारदर्शिता

राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे में पारदर्शिता लाने के लिए आज केंद्र सरकार ने संसद में चुनावी बॉन्ड पेश कर दिया है।

Updated on: 02 Jan 2018, 09:53 PM

highlights

  • राजनीतिक चंदे में पारदर्शिता के लिए मोदी सरकार ने पेश किया चुनाव बॉन्ड
  • वित्त मंत्री जेटली ने कहा बॉन्ड के जरिए चंदा लेने से आएगी पारदर्शिता

नई दिल्ली:

राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे में पारदर्शिता लाने के लिए आज केंद्र सरकार ने संसद में चुनावी बॉन्ड पेश कर दिया है।

बॉन्ड पेश करने के बाद देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, इस बॉन्ड के जरिए चुनाव में राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले फंड में पारदर्शिता लाना है। उन्होंने कहा, 'पार्टियों को चुनावी चंदे में कितना पैसा मिला, कहां से मिला, किसने दिया और कहां खर्चा हुआ इन चीजों की पूरी लोगों को साफ तौर पर मिलेगी जो अभी तक नहीं होता है।'

जेटली के मुताबिक अभी भी देश में ज्यादातर चंदे के स्त्रोतों का ठीक से पता नहीं चल पाता है। उन्होंने कहा, 'चुनावी बॉन्ड के जरिए लोग किसी भी (रजिस्टर्ड पार्टी जिसने पिछले चुनाव में कम से कम एक फीसदी वोट हासिल किया हो) राजनीतिक दल को दान दे सकेंगे।'

वित्त मंत्री ने कहा, 'इन बॉन्ड को स्टेट बैंक के अधिसूचित शाखा से खरीद कर किसी भी राजनीतिक पार्टी को दान दे सकते हैं। किसी भी व्यक्ति को इस बॉन्ड को खरीदने के लिए और फिर इसे कैश में बदलने के लिए 15 दिनों का वक्त दिया जाएगा।'

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जेटली ने कहा, 'जो भी यह बॉन्ड खरीदेगा उसके खाते में यह दिखाई देगा और जो भी दल इसे कैश कराएंगे उन्हें भी बताना पड़ेगा बॉन्ड से उन्हें कितना पैसा दान में मिला।'

हालांकि वित्त मंत्री ने अरुण जेटली ने यह भी साफ कर दिया है कि जो बॉन्ड के जरिए दान देगा उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया जाएगा लेकिन उसके खाते में इसकी जानकारी दर्ज रहेगी।

गौरतलब है कि राजनीतिक पार्टियों पर चंदा के नाम पर कालेधन को सफेद करना हवाला के जरिए पैसा मंगवाने के आरोप लगते रहते हैं।

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