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गोवा के एक चर्च की पत्रिका में छपे लेख पर बवाल, नाजी शासन से की मोदी सरकार की तुलना

चर्च द्वारा संचालित पत्रिका के नवीनतम संस्करण के एक लेख में राजग सरकार के शासन के अंतर्गत भारत और नाजी जर्मनी के बीच कथित समानताओं की बात कही गई है।

Updated on: 18 Aug 2017, 08:45 PM

highlights

  • गोवा के एक चर्च की पत्रिका में छपा लेख, मोदी सरकार से नाजी शासन की तुलना की
  • गोवा के मंत्री ने खारिज किया आरोप- पूछा, कहा है फासीवाद

नई दिल्ली:

गोवा के मंत्री विजय सरदेसाई ने एक चर्च द्वारा संचालित पत्रिका में किए गए उस दावे को अतिशयोक्ति बताते हुए खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि वर्तमान भारत में नाजी (जर्मनी) जैसा माहौल है।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर गोवा या भारत में ऐसा माहौल पैदा होता है तो वह भारतीय जनता पार्टी से किनारा कर लेंगे।

गोवा में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल पार्टी गोवा फॉरवर्ड के प्रमुख विजय सरदेसाई ने पणजी में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र फाटोर्डा के कैथलिक समुदाय का एक हिस्सा उस पर विश्वास नहीं करता है जो एक वकील एफ. ए. नोरोन्हा द्वारा 'रेनोवाकाओ' नामक पत्रिका के एक लेख में लिखा गया है।

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आर्कडिओसेस ऑफ गोवा एंड दमन की पत्रिका में प्रकाशित इस लेख में गोवा के लोगों से आगामी विधानसभा उप चुनाव में 'राष्ट्रव्यापी फासीवाद' के मार्च को रोकने के लिए सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ वोट करने का भी आह्वान किया गया है।

गोवा उपचुनाव में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर भाजपा के प्रत्याशी हैं।

सरदेसाई ने गोवा के अल्पसंख्यक समुदाय की तरफ से बोलने का दावा करते हुए कहा, 'अंग्रेजी भाषा एक अलंकार है जिसे हाइपरबोल कहा जाता है..मैं इसे स्पष्ट रूप में अतिशयोक्ति कहता हूं। गोवा में फासीवाद कहां है? राज्य के तंत्र के माध्यम से किस समुदाय के साथ भेदभाव किया जा रहा है?'

कैथलिक अल्पसंख्यक समुदाय के समर्थन व भाजपा-विरोधी नारे के साथ फरवरी 2017 का चुनाव लड़ने वाली पार्टी गोवा फॉरवर्ड के नेता सरदेसाई ने कहा कि यह लेख राज्य की आबादी के एक भाग में संदेह के तत्व का परिणाम हो सकता है।

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उन्होंने कहा, 'गोवा के कुछ हिस्सों के लोगों के बीच संदेह व निराशा है।'

मंत्री ने यह भी कहा कि वह सरकार-प्रायोजित फासीवाद के संकेतों के मिलने पर भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन को छोड़ने में संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, 'अगर राजग सरकार कुछ ऐसा करती है जो वास्तव में फासीवाद के बराबर होता है, तो हम उनसे स्थायी रूप से चिपके नहीं रहेंगे।'

मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि गोवा में अभी तक स्वास्तिक (नाजी शासन का चिन्ह) जैसा कोई भी संकेत नहीं मिला है।

चर्च द्वारा संचालित पत्रिका के नवीनतम संस्करण के एक लेख में राजग सरकार के शासन के अंतर्गत भारत और नाजी जर्मनी के बीच कथित समानताओं की बात कही गई है।

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