logo-image

दार्जिलिंग में गोरखा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ कोहराम

पश्चिम बंगाल के उत्तरी पहाड़ी इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के प्रमुख बिमल गुरुंग के घर पर पुलिस की छापेमारी के बाद जीजेएम कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर रात प्रदर्शन के दौरान आगजनी और हिंसा की।

Updated on: 17 Jun 2017, 11:50 AM

highlights

  • पश्चिम बंगाल के उत्तरी पहाड़ी इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है
  • बिमल गुरुंग के घर पुलिस की छापेमारी के बाद गुरुवार देर रात आगजनी और हिंसा का दौर
  • पुलिस ने गुरुवार देर रात गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के महासचिव बिनय तमांग के घर छापा मारा है
  • वहीं गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के मीडिया मैनेजर विक्रम रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के उत्तरी पहाड़ी इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। दार्जिलिंग में विरोध प्रदर्शन के तेज होने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं। जीजेएम के सहायक सचिव विनय तमांग के घर पर पुलिस की छापेमारी के बाद पार्टी की नारी मोर्चा भी सड़कों पर उतर आई है।

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के प्रमुख बिमल गुरुंग के घर पर पुलिस की छापेमारी के बाद जीजेएम कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर रात प्रदर्शन के दौरान आगजनी और हिंसा की। दार्जिलिंग में आज छठें दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है।

पुलिस ने गुरुवार देर रात गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के महासचिव बिनय तमांग के घर छापा मारा है। वहीं गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के मीडिया मैनेजर विक्रम रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है। रॉय को दार्जिलिंग से हिरासत में लिया गया है।

जीजेएम समर्थकों ने शुक्रवार तड़के मिरिक में एक पंचायत कार्यालय, दार्जिलिंग के लोधामा में बिजली आपूर्ति कार्यालय और रिमबिक-लोधामा में एक स्वास्थ्य केंद्र को आग लगा दी।

गृहमंत्री ने दार्जिलिंग और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया, ममता बनर्जी ने नहीं भेजी रिपोर्ट

इससे पहले गुरुवार देर रात प्रदर्शनकारियों ने गयाबारी स्टेशन को आग लगा दी। इसे यूनेस्को ने एक विरासत स्थल घोषित किया हुआ है।

प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को एक रेलवे स्टेशन, एक पुलिस चौकी, एक राज्य परिवहन की बस और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसमें एक मीडिया का भी वाहन शामिल था।

अनिश्चितकालीन बंद के बीच गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के पार्टी अध्यक्ष बिमल गुरुं ग ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार को चुनौती देते हुए ऐलान किया कि पृथक गोरखालैंड राज्य के लिए आंदोलन 'किसी भी कीमत पर' जारी रहेगा।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंद को बताया असंवैधानिक, कहा- राज्य सरकार दो हफ्ते में सौंपे रिपोर्ट

गुरुंग ने कहा, 'गोरखालैंड आंदोलन हमारे समुदाय के विकास की लड़ाई है। अन्य मांगें बाद में भी पूरी की जा सकती हैं, लेकिन हमारे लिए समुदाय की स्वतंत्रता पहले है। अगर समूचे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को भी यहां भेज दिया जाए, तो भी हमारा आंदोलन जारी रहेगा।'

राज्य पुलिस पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कड़ी चेतावनी दी कि वे उनके आंदोलन से निपटने के लिए 'अलोकतांत्रित तरीकों' का इस्तेमाल न करें।

उन्होंने आरोप लगाया, 'हमारा आंदोलन और रैली लोकतांत्रित तरीके से आगे बढ़ रही थी। पुलिस ने हमें रोकने के लिए अलोकतांत्रिक तरीके अपनाए। वे (पुलिस) तृणमूल कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं।'

GJM प्रमुख गुरुंग से साधा निशाना, कहा- छापे में ममता का हाथ, समर्थकों ने थाने, अस्पताल में लगाई आग