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सेना प्रमुख बिपिन रावत का फरमान, सोशल मीडिया पर सेना के खिलाफ लिखने पर मिलेगी सजा

सेना में खराब खाने को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए जाने के बाद उठे विवाद के बाद नए सेना प्रमुख जनरल बिपिन सिंह रावत ने जवानों को चेताते हुए कहा है कि अगर कोई जवान भविष्य में अपनी शिकायतों को उचित तरीके से नहीं उठाता है तो उसे सजा भी दी जा सकती है।

Updated on: 16 Jan 2017, 07:30 AM

highlights

  • सेना दिवस पर आर्मी चीफ की चेतावनी, सोशल मीडिया पर सेना के खिलाफ लिखने पर हो सकती है सजा
  • बीएसएफ जवान के सेना में खराब खाने को लेकर पोस्ट किए गए वीडियो के बाद सेना प्रमुख ने दी चेतावनी

New Delhi:

सेना में खराब खाने को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए जाने के बाद उठे विवाद के बाद नए सेना प्रमुख जनरल बिपिन सिंह रावत ने जवानों को चेताते हुए कहा है कि अगर कोई जवान भविष्य में अपनी शिकायतों को उचित तरीके से नहीं उठाता है तो उसे सजा भी दी जा सकती है।

सेना दिवस पर रावत ने कहा, 'जवानों की शिकायतों के समाधान के लिए एक उचित मंच की सुविधा है। अगर कोई जवान शिकायत पर की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है तो वह सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं।'

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सेना के जवान यज्ञ प्रताप सिंह के वीडियो सामने आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए रावत ने कहा कि जवानों की शिकायतों के निपटारे के लिए एक तरीका है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए।

यज्ञ प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर बताया था कि कैसे सेना के बड़े अधिकारी जवानों से अपना निजी काम करवाते हैं। सिंह ने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जवानों के साथ किये जाने वाले बर्ताव के बारे में बताया था। हमने उनसे कहा था कि जवानों से सेना के अधिकारियों के जूते पॉलिश किये जाने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।'

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सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखने के बाद अधिकारियों ने कथित तौर पर उनके साथ बुरा बर्ताव किया। रविवार को सेना प्रमुख ने साफ कर दिया कि जवानों की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर किये जाने वाले वीडियो से सीमा पर तैनात जवानों के मनोबल पर गलत असर पड़ता है।

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन शांति को बाधित किया जाता है तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। रावत ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि भारत की शांति भंग करने की कोशिश की गई तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

सेना दिवस के मौके पर उन्होंने जवानों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इससे दंड भी भुगतना पड़ सकता है। समारोह में परंपरागत परेड और सैन्य प्रदर्शन के साथ सर्जिकल स्ट्राइक का भी प्रदर्शन किया गया। सेना प्रमुख ने 15 वीरता पुरस्कार प्रदान किए। इसमें पांच पुरस्कार मरणोपरांत दिए गए।

पुरस्कार विजेताओं में लांस नायक हनुमानथप्पा भी रहे। वह विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में एक हिमस्खलन में शहीद हो गए थे। दिल्ली छावनी में आयोजिक कार्यक्रम में सेना प्रमुख ने कहा कि नई दिल्ली के खिलाफ छद्म युद्ध को दिए जा रहे सहयोग के बावजूद भारत शांति चाहता है। उन्होंने यह बयान पाकिस्तान का नाम लिए बगैर दिया।

उन्होंने कहा, 'छद्म युद्ध को दिए जा रहे सहयोग के बावजूद हम नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शांति चाहते हैं। हालांकि, किसी भी संघर्षविराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।' भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा जम्मू एवं कश्मीर को बांटती है। जनरल ने कहा कि यदि सीमा पर शांति को बाधित किया जाता है तो भारतीय सेना अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी।

उन्होंने कहा, 'हम सीमा पर शांति चाहते हैं। लेकिन शांति को बाधित करने के किसी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीमा पर शांति बहाली के हमारे प्रयास को कमजोरी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन हम शांति बहाली को बाधित करने वालों को चेतावनी देना चाहते हैं कि हम अपनी शक्ति भी अच्छी तरह प्रदर्शित कर सकते हैं।'