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राजीव गांधी ने सोनिया के लिए नैपकिन पेपर पर लिखी थी कविता, यहां हुई थी पहली मुलाकात, देखें Rare Pics

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित राजीव गांधी की आज 74वीं जयंती है। 21 मई 1991 की रात 10 बजकर 21 मिनट पर तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में कुछ ऐसा हुआ था, जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी।

Updated on: 20 Aug 2018, 02:28 PM

नई दिल्ली:

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की आज 74वीं जयंती है। 21 मई 1991 की रात 10 बजकर 21 मिनट पर तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में कुछ ऐसा हुआ था, जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। करीब 30 साल की एक महिला हाथों में माला लेकर राजीव गांधी की तरफ बढ़ी। जैसे ही वह पैर छूने के लिए झुकी, एक तेज धमाका हुआ। थोड़ी देर तक वहां मौजूद लोगों के कान सन्न रह गए थे और जब धुआं छटा तो वहां का दृश्य देख उनके होश उड़ गए थे।

इंदिरा गांधी के प्रधान सचिव रहे पीसी एलेक्जेंडर ने किताब 'माई डेज विद इंदिरा गांधी' में लिखा है कि इंदिरा गांधी की हत्या के कुछ घंटों बाद उन्होंने ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट के गलियारे में सोनिया और राजीव को लड़ते हुए देखा था।

राजीव ने सोनिया को बताया कि पार्टी चाहती है कि वह प्रधानमंत्री पद की शपथ लें। सोनिया ने ऐसा करने से मना किया। उन्होंने कहा कि वो तुम्हें मार डालेंगे। इस पर राजीव का जवाब था, 'मेरे पास कोई विकल्प नहीं है। मैं वैसे भी मारा जाऊंगा।' ठीक 7 साल बाद यह बात सच साबित हुई थी।

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फोटो: ट्विटर
फोटो: ट्विटर

ऐसे शुरू हुई थी राजीव-सोनिया की लव स्टोरी

राजीव और सोनिया की पहली मुलाकात कैंब्रिज के एक ग्रीक रेस्टोरेंट में हुई थी। सोनिया को पहली बार देखते ही राजीव दिल दे बैठे थे। उन्होंने सोनिया के लिए नैपकिन पेपर पर एक कविता लिखी और रेस्टोरेंट की सबसे महंगी वाइन की बोतल के साथ भेज दी। इसके बाद दोनों की लव स्टोरी शुरू हुई।

फोटो: ट्विटर
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शादी से पहले सोनिया गांधी का नाम एंटोनिया एडविज अल्बीना मैनो था। शुरुआत में सोनिया के पिता इस शादी के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन बाद में वह राजी हो गए। 25 फरवरी 1968 को पीएम आवास पर दोनों की शादी हुई।

फोटो: ट्विटर
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एक फोन से दिल्ली में उड़ा होश

आज से 28 साल पहले श्रीपेरंबदूर में हुए धमाके के बाद चेन्नई से दिल्ली में एक फोन कॉल पहुंची। फोन करने वाला खुफिया विभाग से था। वह राजीव गांधी के निजी सचिव जॉर्ज या सोनिया गांधी से जरूरी बात करना चाहता था। जॉर्ज ने फोन उठाया और पूछा कि राजीव कैसे हैं? जैसे ही उन्हें इस सूचना के बारे में पता चला वह चिल्लाते हुए 10 जनपथ में अंदर की तरफ भागे।

फोटो: ट्विटर
फोटो: ट्विटर

सोनिया अपने कमरे से भागकर बाहर आईं और बम धमाके की जानकारी मिलते ही जॉर्ज से पूछा कि 'इज ही अलाइव?' जॉर्ज ने कोई जवाब नहीं दिया। उनकी चुप्पी देखकर वह चीख-चीखकर रोने लगीं। उनकी आवाज सुनकर गेस्ट हाउस के पास कांग्रेसी नेताओं का जमावड़ा लगने लगा। सोनिया को उसी वक्त अस्थमा का अटैक पड़ा और वह अपना संतुलन खो बैठीं।

फोटो: ट्विटर
फोटो: ट्विटर

हर कोई एक-दूसरे को सांत्वना दे रहा था, लेकिन इस घटना ने सभी को झकझोर दिया था।