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फारूक अब्दुल्ला ने कहा, नेता धर्म के नाम पर करा रहे हैं झगड़ा, नहीं करते हैं विकास की बात

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अभी सभी चुनाव भारत को जोड़ने के बजाय विभाजित करने का काम किया है। अभी भी हमलोग मंदिर और मस्जिद के लिए आपस में झगड़ा कर रहे हैं।

Updated on: 07 Sep 2018, 07:29 AM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में कई अहम मंत्रालय संभाल चुके फारूक अब्दुल्ला ने मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट लेने वाले नेताओं पर बिना नाम लिए करारा हमला बोला है। माना जा रहा है कि उनका यह हमला भारती जनता पार्टी (बीजेपी) पर था। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अभी सभी चुनाव भारत को जोड़ने के बजाय विभाजित करने का काम किया है। अभी भी हमलोग मंदिर और मस्जिद के लिए आपस में झगड़ा कर रहे हैं।

झूठ बोलकर चुनाव जीतने वाले नेताओं पर उन्होंने सीधा हमला किया और कहा, 'ऐसे लोगों को डर होता है कि वह ईमानदार बनकर चुनाव नहीं जीत सकते हैं और झूठ का सहारा लेते हैं।'

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम लोग मंदिर-मस्जिद के लिए तो झगड़ा करते हैं लेकिन लोगों के लिए नहीं लड़ते हैं। उन्हें बताना होगा कि वह इस सोच से आगे भी जाकर काम कर सकते हैं।'

हाल ही में फारूक अब्दुल्ला तब विवादों में घिर गए थे जब दिल्ली में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित कार्यक्रम के दौरान 'भारत माता की जय' और 'जय हिंद' का नारा लगाया था। इसके बाद राज्य में उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।

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इतना ही नहीं उनके साथ धक्कामुक्की हुई और उनपर जूते भी उछाले गए। विरोध बढ़ता देख बाद में फारूक अबदुल्ला मस्जिद से लौट गए। इस घटना के बाद फारूक ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैं डरने वाला नहीं हूं। अगर वो यह समझते हैं कि इससे आज़ादी आएगी तो मैं इनको कहना चाहता हूं कि पहले बेगारी, बीमारी और भूखमरी से आज़ादी पाओ। मुझे 'भारत माता की जय' कहने से कोई नहीं रोक सकता।'