logo-image

Facebook ने मैसेंजर ऐप से इंस्टेंट आर्टिकल फीचर को हटाया

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह फीचर फेसबुक कोर एप के न्यूज फीड में चलाने के लिए तैयार किया गया था और कंपनी ऐसा करना जारी रखेगी।

Updated on: 13 Sep 2017, 07:08 PM

highlights

  • फेसबुक ने इंस्टेंट आर्टिकल फीचर को मैसेंजर से हटाया
  • इंस्टेंट आर्टिकल फीचर 2015 में हुआ था लॉन्च

 

नई दिल्ली:

फेसबुक ने फास्ट-लोडिंग इंस्टेंट आर्टिकल को मोबाइल के लिए बने मैसेंजर एप से हटा दिया है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह फीचर फेसबुक कोर एप के न्यूज फीड में चलाने के लिए तैयार किया गया था और कंपनी ऐसा करना जारी रखेगी।

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा, 'लोगों और प्रकाशकों पर ज्यादा प्रभाव डालने के लिए हम इंस्टेंट आर्टिकल की समीक्षा और सुधार कर रहे हैं, हम फेसबुक कोर एप में इंस्टेंट आर्टिकल के निवेश पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और मैसेंजर में इंस्टेंट आर्टिकल नहीं दे रहे हैं।'

इंस्टेंट आर्टिकल, 2015 में लॉन्च किया गया एक लेख प्रारूप था जिसे मोबाइल वेब की तुलना में फेसबुक कोर एप में पेज लोड करने की गति को दस गुना तक बढ़ाया गया था और बाद में इसे मैसेंजर में डाला गया था।

ये भी पढ़ें: दाउद इब्राहिम पर ब्रिटेन में कसा शिकंजा, 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त

मुद्रीकरण की कमी की वजह से प्लेटफार्म से कई हाई प्रोफाइल प्रकाशन और प्रकाशकों ने अपने हाथ वापस खींच लिए या पहली बार में इंस्टेंट आर्टिकल में शामिल नहीं हुए। इस प्रारूप के साथ ट्रैफिक की रिपोर्टिग में भी समस्याएं आ रही हैं।

फेसबुक ने पुष्टि की है कि वह भुगतान-सामग्री मॉडल पर प्रकाशकों के साथ सहयोग कर रही है जिसका इस वर्ष के अंत में परीक्षण शुरू कर दिया जाएगा। नया मॉडल फेसबुक के मोबाइल एप से पाठकों को सीधे सदस्यता लेने और भुगतान करने की अनुमति देगा।

ये भी पढ़ें: राहुल गांधी के 'वंशवाद' बयान पर भड़के ऋषि कपूर, ट्विटर पर निकाली भड़ास