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इराक में भारतीयों की मौत को पर सुषमा ने लगाया कांग्रेस पर घटिया राजनीति का आरोप

कांग्रेस सांसदों के हंगामे की वजह से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मुद्दे पर लोकसभा में पूरा बयान तक नहीं दे पायी।

Updated on: 20 Mar 2018, 11:45 PM

highlights

  • इराक में भारतीय की मौत पर कांग्रेस की राजनीति बेहद शर्मनाक: सुषमा स्वराज
  • भारतीयों की मौत पर किसी को नहीं रखा अंधेरे में, पुख्ता सबूत मिलने पर दी जानकारी: सुषमा स्वराज

नई दिल्ली:

इराक के मोसुल में मारे गए 39 भारतीय पर भी सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस सांसदों के हंगामे की वजह से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मुद्दे पर लोकसभा में पूरा बयान तक नहीं दे पायी। उन्होंने कहा कांग्रेस अब लोगों के मौत पर भी राजनीति कर रही है।

कांग्रेस के इस हंगामें की निंदा करते हुए सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'मोसुल में मारे गए भारतीयों के बारे में राज्यसभा में सभी ने बहुत ही धैर्यपूर्वक और शांति से मेरी बातों को सुना और उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। मैंने सोचा लोकसभा में भी मैं सबको यह जानकारी दूंगी लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों के हंगामें की वजह से ऐसा नहीं हो पाया जो बेहद दुखद है।'

उन्होंने कहा, 'आज कांग्रेस ने राजनीति का स्तर बेहद नीचे गिरा दिया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोचा इसपर राज्यसभा में कैसे हंगामा नहीं हुआ और उन्होंने सिंधिया को लोकसभा में कांग्रेस सांसदों के हंगामे को नेतृत्व करने के लिए कह दिया।'

विदेश मंत्री ने कहा, 'मैं खुद इराक के विदेश मंत्री के पास गई और कहा अगर इसका कोई सबूत है तो वो हमें दीजिए। यह सरकार ऐसी नहीं है जो कहे खोये हुए हो तो मरे हुए समझे जाओगे।'

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सुषमा स्वराज ने मौत की जानकारी परिजनों को पहले नहीं दिए जाने पर कहा, ऐसे मामलों पर सबसे पहले संसद को जानकारी दी जाती है और यह मेरा कर्तव्य था जो मैंने किया।

स्वराज ने मारे गए भारतीयों के शवों के बारे में कहा, 'यह पाप होता अगर हम किसी भी दूसरे मरे हुए व्यक्ति के शव को देकर दावा कर देती कि यही भारतीय नागरिकों का शव है। मारे गए 39 में से 38 लोगों का डीएनए सैंपल मैच कर गया है जबकि 1 शख्स के डीएनए सैंपल की जांच चल रही है।'

उन्होंने भारतीयों नागरिकों की मौत पर देश को अंधेरे में रखने के सवाल पर कहा, 'हमने 2014 से 2017 तक यही कहा कि हमारे पास इस बात के कोई सबूत नहीं है कि इराक में लापता 39 भारतीय जिंदा हैं या मारे जा चुके हैं। हमने कभी किसी को अंधेरे में नहीं रखा क्योंकि हम लोगों को झूठी उम्मीद नहीं देना चाहते थे।'

हालांकि मारे गए लोगों के परिवार वालों ने सरकार से नाराज़गी जाहिर की है। 

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुषमा स्वराज ने बताया कि मारे गए 39 में से 27 पंजाब के, 6 बिहार के, 4 हिमाचल प्रदेश के और तो पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे जबकि एक की पहचान करना अभी बाकी है।

विदेश मंत्री स्वराज ने कहा, 'मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि मैंने देश के लोगों को तब इस बात की पुख्ता जानकारी दी जब मेरे पास इसके सबूत आए। मैं पीड़ित परिवारों को उनके अंतिम संस्कार का आखिरी अधिकार दिलाउंगी।'

सुषमा स्वराज ने मारे गए लोगों के परिजनों के लिए संवेदना भी जाहिर की।

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