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नोटों की किल्लत से निपटने के लिए हर रोज छप रहे हैं 500 के 2 करोड़ 20 लाख नोट

वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि नोटों की किल्लत से निपटने के लिए हर रोज 500 के 2 करोड़ 20 लाख नोट छापे जा रहे हैंं।

Updated on: 17 Feb 2017, 07:32 PM

नई दिल्ली:

वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि एक लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 500 रुपये के नए नोट छापे जा चुके हैं। प्रिंटिंग प्रेस में 500 रुपये के करीब 2 करोड़ 20 लाख नोट रोजाना छापे जा रहे हैं।

सिक्योरिटी प्रिंटिंग मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक एवं आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव प्रवीण गर्ग ने यहां संवाददाताओं से कहा, "एक लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 500 रुपये के नए नोट पहले ही छापे जा चुके हैं। 500 रुपये के 2.2 करोड़ नोट प्रतिदिन छापे जा रहे हैं।"

उन्होंने यह जानकारी एसपीएमसीआईएल के 11वें स्थापना दिवस समारोह के इतर दी। एसपीएमसीआईएल की नौ इकाइयां हैं, जिसमें चार मिंट, चार प्रेस तथा एक पेपर मिल हैं।

सूचना का अधिकार के तहत एक जवाब में यह खुलासा हुआ है कि बीते साल आठ नवंबर को जब नोटबंदी हुई थी, तब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास 2,000 रुपये के नोटों की शक्ल में लगभग 4.95 लाख करोड़ नोट थे।

उस वक्त आरबीआई के पास 500 रुपये का एक भी नया नोट नहीं था। इसे बाद में छापा गया। गर्ग ने हालांकि वह तारीख बताने से इनकार कर दिया, जिस दिन से 500 रुपये के नए नोटों की छपाई शुरू हुई।

गर्ग ने कहा, 'हम 500 रुपये तथा अन्य कीमत के नोटों की छपाई कर रहे हैं, न कि 2,000 रुपये के नोटों की। सबसे बड़ी बात तो यह है कि नोटों की एक निश्चित मात्रा की छपाई में हमें पहले तीन दिन का वक्त लगता था, जबकि अब उतने ही नोट कुछ ही घंटों में छापे जा रहे हैं।'

आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने इसी समारोह में कहा कि नोटों की जरूरतें पूरी करने के लिए एसपीएमसीआईएल सातों दिन चौबीसों घंटे तीन शिफ्टों में काम कर रहा है।