logo-image

दार्जिलिंग- बशीरहाट पर ममता बोलीं केंद्र का नहीं मिला सहयोग, गोरखालैंड के लिए फिर हिंसा के बाद सेना तैनात

पुलिस पर गोरखालैंड के एक कार्यकर्ता को गोली मारने का आरोप लगाते हुए गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थकों ने शनिवार को जमकर उत्पात किया और पुलिस की एक सीमा चौकी तथा सरकारी कार्यालयों पर हमला कर दिया।

Updated on: 09 Jul 2017, 10:01 AM

नई दिल्ली:

पृथक गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर कई दिनों से सुलग रहे पश्चिम बंगाल के उत्तरी पर्वतीय इलाके में शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद सेना को तैनात करना पड़ा।

इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उत्तरी 24 परगना के बशीरहाट, बदुरिया और दार्जिलिंग में जारी तनाव को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शांति के लिए सहयोग नहीं कर रही है।

दार्जिलिंग में तनाव पर ममता ने कहा, 'केंद्र की तरफ से किसी तरह का सामंजस्य पूर्ण व्यवहार देखने को नहीं मिला। सीमावर्ती इलाकों में विदेशी ताकतों के कारण तनाव है और उनके बीजेपी के साथ अच्छे संबंध हैं।'

दार्जलिंग में फिर भड़की हिंसा

पुलिस पर गोरखालैंड के एक कार्यकर्ता को गोली मारने का आरोप लगाते हुए गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थकों ने शनिवार को जमकर उत्पात किया और पुलिस की एक सीमा चौकी तथा सरकारी कार्यालयों पर हमला कर दिया।

दार्जिलिंग जिले के सोनादा में शुक्रवार की देर रात अचानक भड़की हिंसा में 30 वर्षीय तासी भूटिया की मौत हो गई। कथित तौर पर जीजेएम के कार्यकर्ताओं ने कई वाहनों के साथ तोड़-फोड़ की।

यह भी पढ़ें: दार्जिलिंग और बशीरहाट हिंसा पर बोलीं ममता बनर्जी, केंद्र का नहीं मिल रहा है सहयोग, कराएंगी न्यायिक जांच

भूटिया को अपना सक्रिय कार्यकर्ता बताते हुए गोरखालैंड गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत पुलिस की गोलीबारी से हुई। हालांकि पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है।

जीएनएलएफ के नेता नीरज जिम्बा ने कहा, 'एक निर्दोष गोरखालैंड समर्थक की गोली मारकर हत्या कर दी गई..हम बेहद दुखी हैं और सदमे में हैं।' 

दूसरी ओर जीजेएम ने मृतक को अपना सदस्य बताया है। जीजेएम के सहायक महासचिव बिनय तमांग ने कहा, 'इस पर्वतीय इलाके में एक और व्यक्ति की मौत हो गई।'

जीजेएम द्वारा पृथक गोरखालैंड की मांग के समर्थन में बुलाई गई हड़ताल लगातार 25वें दिन शनिवार को भी जारी रही। मृतक के परिवार वालों द्वारा सोनादा पुलिस चौकी पर दर्ज शिकायत में कहा गया है कि भूटिया दवा खरीदने जा रहा था, जब उसकी मौत पुलिस की गोली लगने से हुई।

हालांकि पुलिस ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। पुलिस का समर्थन करते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देब ने कहा, 'भूटिया की मौत पुलिस की गोली से होने का आरोप पूरी तरह झूठा है।' 

यह भी पढ़ें: जुनैद खान हत्याकांड: मुख्य आरोपी महाराष्ट्र से गिरफ्तार, 2 लाख रुपये का था इनाम

शनिवार को इलाके में फिर से हिंसा भड़क उठी तथा जीजेएम कार्यकर्ताओं ने सोनादा पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और पुलिस के यातायात बूथ में आग लगा दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।

दार्जिलिंग में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सहित दो सरकारी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई, जिसे देखते हुए इलाके में सेना को तैनात कर दिया गया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, 'सेना की एक टुकड़ी दार्जिलिंग में और एक टुकड़ी सोनादा में तैनात की गई है, जहां रेलवे स्टेशन में आग लगा दी गई थी।'

यह भी पढ़ें: लखनऊ के विरद त्यागी ने जीता 'सबसे बड़ा कलाकार' शो का खिताब