logo-image

भारत और चीन के पास शांति से रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं: दलाई लामा

भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण रिश्तों को लेकर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि दोनों देशों के पास शांति से रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।

Updated on: 21 Nov 2017, 12:19 AM

highlights

  • दलाई लामा ने कहा, भारत और चीन के पास शांति से रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं
  • दलाई लामा ने कहा कि भारत और चीन के पास शांति से रहने और एक-दूसरे की मदद करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है

भुवनेश्वर:

भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण रिश्तों को लेकर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि दोनों देशों के पास शांति से रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।

भुवनेश्वर में सोमवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद दलाई लामा ने कहा कि भारत और चीन के पास शांति से रहने और एक-दूसरे की मदद करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।

डोकलाम में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने तक जार सैन्य गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है।

उन्होंने कहा, 'दोनों देशों में सीमाओं के पार 200 करोड़ से ज्यादा लोग हैं। इसलिए उन्हें एक-दूसरे की जरूरत है। भारत को चीन की जरूरत है और चीन को भारत की जरूरत है। शांतिपूर्ण तरीके से रहने और एक-दूसरे की मदद करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।'

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच छोटी समस्या होती रहती है, यह गंभीर नहीं है। धर्मगुरु ने कहा, 'युद्ध समाधान नहीं है। समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं, क्योंकि कोई भी देश युद्ध नहीं जीतता।'

दुनिया के किसी हिस्से को निशाना बना सकती है चीन की नई मिसाइल: रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत को भावनाओं पर काबू रखने के लिए प्राचीन ज्ञान को सीखना चाहिए। वहीं बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने समकालीन महत्व के कई मुद्दों पर चर्चा की।

पटनायक ने ट्वीट किया, 'अपने आवास पर दलाई लामा की अगवानी कर गौरवान्वित। समकालिक महत्ता के कई मुद्दों पर चर्चा हुई और राज्य के विकास व लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन लिया।'

दलाई लामा गजपति जिले के चंद्रगिरी का दौरा करेंगे, जहां तिब्बतियों की काफी आबादी रहती है। दलाई लामा को मंगलवार को वर्ष 2017 का कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस हुमेनिटेरियन पुरस्कार भी दिया जाएगा।

शीतकालीन सत्र में 'देरी' पर सोनिया के आरोप पर जेटली ने दिया जवाब