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मणिपुर: सेनापति जिले में फूंकी गई गाड़ियां, इंफाल ईस्ट में कर्फ्यू जारी

1 नवंबर से नागा संगठनों ने अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा कर दी थी। इसके बाद से राज्य में जरूरी सामान की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा है।

Updated on: 19 Dec 2016, 08:45 PM

highlights

  • एक नवंबर को नागा संगठनों ने आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की
  • नोटबंदी के बाद खऱाब हुए हालात, लोग गुस्से में

नई दिल्ली:

युनाइटेड नागा काउंसिल की ओर से आर्थिक नाकेबंदी पर मणिपुर में विरोध के हिंसक रूप लेने के बाद सोमवार को भी इंफाल के कई हिस्सों में कर्फ्यू जारी है।

इस बीच सोनवार को सेनापति जिले से भी हिंसा की खबरें आई हैं। यहां दो गाड़ियों को कुछ लोगों ने आग के हवाले कर दिया।

इंफाल में रविवार को हिंसा भड़क गई थी जिसके बाद अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया था। साथ ही इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था। इस हिंसा में कई गाड़ियों में तोड़ फोड़ और उसे जलाने की खबरें आई थीं।

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हालांकि, इंफाल वेस्ट से आज सुबह कर्फ्यू हटा दिया गया जबकि इंफाल ईस्ट जिले में यह अब भी जारी है।

गौरतलब है कि 1 नवंबर से नागा संगठनों ने अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा कर दी थी। इसके बाद से राज्य में जरूरी सामान की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा है।दवाइयां, ईंधन और रोज़मर्रा के सामान के दाम आसमान छूने लगे हैं।

इसके अलावा पिछले दिनों मणिपुर में अलग अलग जगहों पर हमलों में तीन पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी और 14 अन्य लोग घायल हुए थे। इससे भी हालात खराब हुए।

दरअसल, मणिपुर में राज्य सरकार ने सात नए जिलों की घोषणा की थी जिसके विरोध में नागा संगठनों ने आर्थिक नाकेबंदी का आह्वान किया था।

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