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मनोहर पर्रिकर के वो विवादित बयान, जिस पर सरकार को भी देनी पड़ी सफाई

मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री रहते हुए पिछले दो सालों में अपने बयानों को लेकर भी अक्सर सुर्खियों में रहे हैं। उनके कई बयान ऐसे थे जिसके कारण भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफाई देनी पड़ी

Updated on: 14 Mar 2017, 09:18 PM

नई दिल्ली:

गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर चौथी बार शपथ लेने वाले मनोहर पर्रिकर अपने तेज तर्रार छवि के बारे में जाने जाते हैं। काम को लेकर सजग रहने वाले पर्रिकर को काम के प्रति उनकी संवेदनशालता के कारण ही मोदी सरकार में रक्षा मंत्री बनाया गया।

मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री रहते हुए पिछले दो सालों में अपने बयानों को लेकर भी अक्सर सुर्खियों में रहे हैं। उनके कई बयान ऐसे थे जिसके कारण भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफाई देनी पड़ी।

उन्होंने भारत की परमाणु नीति पर को लेकर भी बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत पहले परमाणु हमला करने से नहीं हिचकेगा। जबकि भारत की नीति रही है कि वो पहले परमाणु हमला कभी नहीं करेगा।

विवादित बयान:

मनोहर पर्रिकर ने पिछले साल नवंबर में एक बयान में कहा पड़ने पर भारत पहले परमाणु हथियारों का इस्‍तेमाल कर सकता है। जिसके कारण सरकार और रक्षा मंत्रालय को उनके बयान से किनारा करना पड़ा था। सरकार ने कहा कि ये उनके निजी विचार हैं और सरकार की पहले परमाणु बम इस्तेमाल न करने की नीति से मेल नहीं खाता।


पूर्व प्रधानमंत्रियों पर लगाया सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप

साल 2015 में पर्रिकर ने पूर्व प्रधानमंत्रियों पर एक ऐसा बयान दिया था जिसके कारण वो विपक्ष के निशाने पर आ गए थे। उन्होंने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया था। उन्होंने कहा था, 'देश के महत्वपूर्ण सुरक्षा हितों से जुड़ी नीतियों का निर्माण करना पड़ता है, जिसमें 20 से 30 साल का समय लगता है। दुखद है कि कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने इन हितों के साथ समझौता किया।'

आतंक को खत्म करने पर विवादित बयान

मई 2015 में एक बार फिर पर्रिकर ने ऐसा बयान दिया जिसने विस्व जगत को चौंका दिया था और पाकिस्तान को भारत के खिलाफ जहर उगलने का मौका दे दिया। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था, 'हमें आतंकियों को आतंकियों के सहारे से ही ख़त्म करना होगा। हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते? हमें ऐसा करना चाहिए।'


आमिर पर दिया बयान

मनोहर पर्रिकर ने अभिनेता आमिर खान पर भी बिना नाम लिये टिप्पणी की थी। आमिर ने कहा था कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती हैं। इस पर पर्रिकर ने कहा कि यह बेहद घमंड भरा और निराशाजनक बयान है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई इस तरह का बयान देता है तो उसे सबक सिखाना चाहिए।

सर्जिकल सट्राइक का क्रेडिट आरएसएस को दिया

सर्जिकल स्ट्राइक पर भी बयान दिया था जिसमें कहा था आरएसएस के प्रशिक्षण के करण ही सर्जिकल स्ट्राइक संभव हो पाया। उन्होंने आरएसएस के कार्यक्रम में कहा था कि पीएम मोदी महात्‍मा गांधी की जगह से हैं, जबकि वो खुद गोवा से और फिर सर्जिकल स्‍ट्राइक। यह समीकरण काफी अलग है, लेकिन शायद इस पर सामंजस्‍य का मुख्‍य आधार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शिक्षा थी।