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छत्तीसगढ़: 17 साल की रवीना बनी एक दिन के लिए बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष

छत्तीसगढ़ में सोमवार को बाल संरक्षण आयोग और यूनिसेफ ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया।

Updated on: 20 Nov 2017, 09:39 PM

रायपुर:

छत्तीसगढ़ में सोमवार को बाल संरक्षण आयोग और यूनिसेफ ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का थीम 'किड्स टेक ओवर' था, जिसमें सरगुजा से आए बाल पत्रकार संगवारी खबरिया के 13 बच्चे शामिल हुए।

इन्हीं बच्चों में से 17 वर्षीय रवीना एक्का को सोमवार को एक दिन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।

रवीना आयोग की सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग और आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष एम. गीता की उपस्थिति में अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया और आयोग का कामकाज समझा।

इस मौके पर एम. गीता ने जब उससे सवाल किया कि राज्य सरकार और छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग को बच्चों के लिए किस तरह काम करना चाहिए, तो रवीना ने कहा कि आयोग को बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रदेशभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए।

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आंगनवाड़ियों में माताओं और बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान देते हुए योजनाएं बनानी चाहिए। इन योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि हम कुपोषण से लड़ाई जीत सकें।

वहीं, एम. गीता ने कहा, 'आज इस विशेष कार्यक्रम के आयोजन के पीछे हमारा उद्देश्य था कि हम अलग-अलग विषयों में बच्चों का ²ष्टिकोण समझें। इस तरह के आयोजनों से एक तरफ जहां बच्चों का आत्मबल बढ़ता है, दूसरी ओर हमें बड़ों का नजरिया समझने का मौका मिलता है।'

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ के प्रमुख प्रशांत दास भी मौजूद थे। उन्होंने वर्ष 2014 में संगवारी खबरिया की शुरुआत की थी, जिसमें बच्चे बाल पत्रकार की भूमिका में होते हैं और अपने गांव के परिवेश में रहते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण जल और स्वच्छता के संबध में जागरूकता के लिए कार्य करते हैं।

इन बच्चों को यूनिसेफ ने स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से पत्रकारिता, जनसंचार और बाल अधिकारों के बारे में विशेष रुप से प्रशिक्षित किया गया है।

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