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छेड़छाड़ मामला: सुभाष बराला के बेटे के खिलाफ कोर्ट जाएंगे सुब्रमण्यम स्वामी, CCTV फुटेज पर पुलिस चुप

चंडीगढ़ पुलिस ने पांच अगस्त को हाउजिंग बोर्ड चौराहे से विकास और आशीष को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, हालांकि दोनों आरोपियों को उसी दिन जमानत मिल गई।

Updated on: 07 Aug 2017, 11:57 PM

highlights

  • सुभाष बराला के खिलाफ पार्टी के अंदर ही उठने लगी आवाजें 
  • सुब्रमण्यम स्वामी छेड़छाड़ के आरोपियों के खिलाफ दाखिल करेंगे पीआईएल
  • कांग्रेस का आरोप, आरोपियों को बचाने की हो रही है कोशिश

नई दिल्ली:

चंडीगढ़ में आईएएस अधिकारी की बेटी से छेड़छाड़ मामले में अब हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के खिलाफ पार्टी के अंदर ही आवाजें उठने लगी हैं। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने बराला के बेटे विकास बराला के खिलाफ में कोर्ट में जाने की बात कही है। वहीं, पुलिस के जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं। घटना वाले रास्ते के सीसीटीवी फुटेज गायब होने से मामला और संगीन हो गया है।

स्वामी ने सोमवार को कहा कि वह 'नशे में धुत दो गुंडों द्वारा एक आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा कर अपहरण करने की कोशिश' करने के मामले में जनहित याचिका दाखिल करेंगे। स्वामी के मुताबिक, 'पुलिस ने इस मामले में उलटा ही काम किया है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जमानती मामले दर्ज किए और उन्हें जाने दिया।'

स्वामी ने कहा, 'चंडीगढ़ में मेरे सहयोगी वकील ए. पी. जग्गा के द्वारा मैं नशे में धुत दो गुंडों द्वारा एक आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा कर अपहरण करने की कोशिश करने के मामले में जनहित याचिका दाखिल करने जा रहा हूं। मैं यह जनहित याचिका क्यों दाखिल करने जा रहा हूं, तो इसका जवाब यह है कि यह महिला अधिकारों और महिला सुरक्षा की बात है।'

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वहीं, दूसरी ओर एक और बीजेपी नेता आरके सैनी ने कहा है कि इससे पहले कि कोई कुछ कहे कि सुभाष बराला को पार्टी की छवि की खातिर खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए।

चंडीगढ़ पुलिस पर सवाल

इस बीच बार-बार बयान बदलने को लेकर आलोचना झेल रही चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार को कहा कि वह मामले की बिना किसी दबाव के जांच कर रही है और आने वाले समय में जरूरत पड़ने पर आरोपियों पर और भी धाराएं लगाई जा सकती हैं। हालांकि, घटना के मार्ग में लगे नौ सीसीटीवी कैमरों में से सात के वीडियो फुटेज गायब होने के सवाल पर चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ईश सिंघल ने कोई जवाब नहीं दिया, उलटे मीडिया पर मामले को लेकर 'मीडिया ट्रायल' का आरोप मढ़ दिया।

सिंघल ने कहा, 'हम दबाव में कुछ नहीं कर रहे। हमने अपराध की पूरी घटना को फिर से रचा। हम सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें जांच करते अभी तीन दिन ही हुए हैं।'

मामले में पुलिस के कामकाज का बचाव करते हुए सिंघल ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने तत्काल आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया।

क्या है मामला

आरोपों के मुताबिक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे ने चार अगस्त की रात अपने एक साथी आशीष कुमार के साथ कथित तौर पर हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव वी. एस. कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू का कार में सात किलोमीटर तक पीछा किया। वर्णिका चंडीगढ़ से सटे पंचकुला की ओर जा रही थीं, इस बीच सेक्टर सात से टाटा सफारी स्टॉर्म एसयूवी में सवार विकास और आशीष ने उनका पीछा करना शुरू किया।

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चंडीगढ़ पुलिस ने पांच अगस्त को हाउजिंग बोर्ड चौराहे से विकास और आशीष को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, हालांकि दोनों आरोपियों को उसी दिन जमानत मिल गई।

चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार को कहा है कि जिस मार्ग पर वर्णिका का पीछा किया गया, उस पर लगे सभी नौ सीसीटीवी कैमरे बेकार पड़े हैं, जिसके चलते वे घटना का सीसीटीवी फुटेज हासिल नहीं कर सके हैं। वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय मामले को कमजोर कर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बेटे को बचाने की कोशिश कर रहा है।

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