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पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और गिरते रुपये का जल्द समाधान निकालेगी सरकार: अमित शाह

अमित शाह ने पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय कारणों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार बढ़ती तेल कीमतों से लोगों को राहत दिलाने और गिरते रुपये को संभालने के लिए समाधान तलाश रही है।

Updated on: 16 Sep 2018, 07:08 AM

नई दिल्ली:

पेट्रोल-डीजल के दामों में हो रही लगातार वृद्धि पर सरकार द्वारा लगाम नहीं लगाए जाने को लेकर विपक्ष के विरोध के बीच पहली बार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी है। अमित शाह ने पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय कारणों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार बढ़ती तेल कीमतों से लोगों को राहत दिलाने और गिरते रुपये को संभालने के लिए समाधान तलाश रही है। शाह ने हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'डीजल और पेट्रोल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और डॉलर के मुकाबले कमजोर होता रुपया बीजेपी और सरकार के लिए चिंता का विषय है। वैश्विक कारणों जैसे- अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर और अमेरिका के तेल उत्पादक देशों के साथ संबंधों के चलते ऐसा हुआ है। समाधान तलाशा जा रहा है और जल्द ही सरकार इस मुद्दे पर कोई निर्णय लेगी।'

शाह ने ईंधन कीमतों में वृद्धि का कारण अमेरिका और चीन में व्यापार युद्ध को और अमेरिका तथा तेल उत्पादक देशों के बीच तनाव को बताया। बीजेपी नेता ने दावा किया कि डॉलर के खिलाफ रुपया उतना अधिक कमजोर नहीं हुआ है, 'जितना अन्य मुद्राएं हुई हैं।'

उन्होंने कहा, 'हम तरीका खोजने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार जल्द ही इस पर कदम उठाएगी।'

ज़ाहिर है 10 सितम्बर को विपक्ष द्वारा भारत बंद बुलाए जाने के बाद अमित शाह और केंद्रीय पेट्रोलिेयम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बीच कई बार मुलाक़ात भी हुई है। वहीं धर्मेंद्र प्रधान ने अगस्त महीने में कहा था कि केंद्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों पर स्थायी रूप से नियंत्रण करने को लेकर योजना बनी रही है।

गौरतलब है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें शनिवार को नई ऊंचाई पर पहुंच गई, जबकि मुंबई में पेट्रोल रिकार्ड 89 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर बेची गई। 

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट के आंकड़े से पता चलता है कि देश की वित्तीय राजधानी में शनिवार को पेट्रोल 89.01 रुपये प्रति लीटर की दर पर बेची गई, जबकि शुक्रवार को इसकी कीमत 88.67 रुपये प्रति लीटर थी। 

अन्य प्रमुख शहरों दिल्ली और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमत सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंची, जोकि क्रमश: 81.63 रुपये और 84.85 रुपये प्रति लीटर रही, जबकि एक दिन पहले इनकी बिक्री 81.28 रुपये और 84.49 रुपये प्रति लीटर की दर से हुई थी। 

पूर्वी शहर कोलकाता में पेट्रोल का दाम शनिवार को बढ़कर 83.49 रुपये प्रति लीटर हो गया, जबकि शुक्रवार को यह 83.14 रुपये प्रति लीटर की दर से बेची गई थी। शहर में पेट्रोल की अब तक की सबसे ऊंची कीमत 11 सितंबर को 83.75 रुपये प्रति लीटर रही थी। 

ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण कच्चे तेल की उच्च कीमत और डॉलर के खिलाफ रुपये में हो रही गिरावट है। रुपये में गिरावट के कारण तेल का आयात महंगा पड़ता है, क्योंकि कच्चे तेल की खरीदारी डॉलर में की जाती है।

डीजल की कीमत शनिवार को दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में नई ऊंचाई पर पहुंच गई, जोकि क्रमश: 73.54 रुपये, 78.07 रुपये और 77.74 रुपये प्रति लीटर की दर पर बेची गई, जबकि एक दिन पहले इनकी कीमत 73.30 रुपये, 77.82 रुपये और 77.49 रुपये प्रति लीटर थी। 

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कोलकाता में डीजल शनिवार को 75.39 रुपये प्रति लीटर की दर पर बेची गई, जबकि शुक्रवार को इसकी कीमत 75.15 रुपये प्रति लीटर थी। कोलकाता में डीजल की सबसे महंगी कीमत 11 सितंबर को थी, जब इसकी बिक्री 75.82 रुपये प्रति लीटर की दर पर की गई थी।