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CBSE ने रायन स्कूल को नोटिस भेजकर पूछा, क्यों न हो मान्यता रद्द ?

सीबीएसससी ने 15 दिन का समय देते हुए जवाब दाख़िल करने को कहा है।

Updated on: 17 Sep 2017, 10:07 AM

highlights

  • गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न की हुई थी हत्या
  • जांच में स्कूल में सुरक्षा संबंधी कई जगहों पर चूक की बात आई सामने
  • सूत्रों के मुताबिक, दीवार टूटी हुई थी, पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं स्कूल में

नई दिल्ली:

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शनिवार को रेयान इंटरनेशनल स्कूल को सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की स्कूल परिसर में हुई हत्या को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बोर्ड ने स्कूल को इस नोटिस का जवाब देने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है। 

सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया, "रेयान स्कूल इंटरनेशनल के बारे में दो सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को दे दी है और निर्धारित दिशा निर्देशों के उल्लंघन की जांच की जा रही है।"

उन्होंने कहा, "स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसका जवाब देने के लिए एक पखवाड़े का वक्त दिया गया है, उसी के मुताबिक अगली कार्रवाई की जाएगी।"

सीबीएसई ने दूसरी कक्षा के एक छात्र की हत्या के जांच के लिए एक समिति का गठन किया था, जिसे स्कूल के एक कर्मचारी ने शुक्रवार को वाशरूम में कटे हुए गले के साथ मृत पाया था।

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पिछले हफ्ते रायन स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की हत्या हो गई थी जिसकी जांच अभी जारी है।

सूत्रों के अनुसार बोर्ड ने यह फैसला अपने उस दो सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कि रिपोर्ट के आधार पर लिया है जिसे शुक्रवार शाम को जमा कराया गया था।

बता दें कि सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई ने अपनी रिपोर्ट में स्कूल में कई खामियों का जिक्र किया है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि स्कूल बस के ड्राइवर और कंडक्टर छात्रों के टॉयलट का इस्तेमाल करते थे।

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इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि स्कूल की दीवार टूटी हुई थी और इसे केवल तारों के घेरा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों की सुरक्षा के लिहाज से यह सही नहीं था क्योंकि कोई भी आसानी से कैंपस में आ सकता था।

साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि स्कूल में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे।

सूत्रों के अनुसार सीबीएसआई की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बिजली संबंधित पैनल रूप लॉक नहीं था और न ही दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से टॉयलेट मौजूद हैं।

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