logo-image

फिल्मी अंदाज में CBI ने कोटखाई रेप मामले को सुलझाया, संदिग्ध लकड़हारा गिरफ्तार

सीबीआई ने कहा है कि उसने कोटखाई रेप मामले को सुलझा लिया है। जांच के बाद इस मामले में जांच एजेंसी ने आपराधिक रेकॉर्ड वाले 25 साल के लकड़हारे को गिरफ्तार किया है।

Updated on: 25 Apr 2018, 07:56 PM

नई दिल्ली:

सीबीआई ने कहा है कि उसने कोटखाई रेप मामले को सुलझा लिया है। जांच के बाद इस मामले में जांच एजेंसी ने आपराधिक रेकॉर्ड वाले 25 साल के लकड़हारे को गिरफ्तार किया है।

सीबीआई का कहना है कि शिमला के पास हुए पीड़ित स्कूली छात्रा के शरीर पर मिले जेनेटिक मैटेरियल के साथ लकड़हारे का डीएनए सैंपल मैच कर गया है।

सीबीआई ने कहा है कि इस गिरफ्तारी से उन पांच लोगों और उनके परिवारों को राहत मिलेगी जिन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों को हिमाचल पुलिस ने गिरफ्तार किया था और सीबीआई को इनके खिलाफ कोई तथ्य नहीं मिले हैं।

पिछले साल जुलाई में हुए इस गैंगरेप और हत्या को लेकर भारी विरोध-प्रदर्शन हुआ था और तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ माहौल भी बना था।

इस मामले की जांच सीबीआई ने पूरी तरह से फिल्मी तरीके से किया। जिसमें सीबीआई के 40 अधिकारी शामिल थे और इस इलाके में गुप्त तरीके से रहकर स्थानीय लोगों और आपराधिक रेकॉर्ड वाले शख्स के साथ तमाम सूत्रों को खंगाल कर सबूत इकट्ठा किया। इसके लिये उन्हें कश्मीर और उत्तराखंड भी जाना पड़ा।

सीबीआई को ये मामला 22 जुलाई, 2017 को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश पर सौंपा गया। जिसकी निगरानी एजेंसी के आलाअधिकारी कर रहे थे।

सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा, 'सीबीआई के निदेशक इस मामले की प्रगति की निगरानी कर रहे थे। उन्होंने जांच एजेंसी के काम पर संतोष जताया था कि जिस तरह से फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स, सीएफएसएल और सीबीआई ने इस मामले को सुलझाने के लिये काम किया।'

और पढ़ें: नाबालिग से रेप मामले में आसाराम दोषी, मिली उम्रकैद की सजा

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए पांच लोगों के शामिल होने को लेकर पूछताछ और जांच की गई लेकिन सीबीआई ने उनके शामिल होने से इनकार कर दिया। जिसके बाद सीबीआई ने इस मामले की जांच दोबारा शुरू की।

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने कई मोर्चों पर काम करना शुरू किया, जिसमें कुछ टीम स्थानीय लोगों से बेहतर संबंध और तालमेल कर रही थी और वहीं पर इलाके में फैले जंगलों की छानबीन की गई।

उन्होंने बताया कि सीबीआई ने 1,000 से भी अधिक लोगों को बातचीत की और उनसे जानकारी ली और उनमें से करीब 400 लोगों के बयान भी रेकॉर्ड किया।

टीम ने लोगों के डीएनए सैंपल भी इकट्ठा किया और सीएफएसएल ने कई टेस्ट किये जिससे संदिग्ध के कबीले और इलाके की जानकारी मिली।

और पढ़ें: संघ मुख्यालय में RSS प्रमुख मोहन भागवत से मिले अमित शाह

एजेंसी ने 250 लोगों के सैंपल इकट्ठे किये और एक मामले में तो एजेंसी को शराब की बोतल, कपड़े और पीड़िता के शरीर पर मिले ब्लड सैंपल से कुछ हद तक मैच कर रहा था। पूछताछ में पता चला कि उसका एक रिश्तेदार जब रेप हुआ तो आस पास काम कर रहा था।

अधिकारियों ने बताया कि इस सूत्र को पकड़कर संदिग्ध के कांगड़ा स्थित घर पहुंचा और पाया कि उसका आपराधिक रेकॉर्ड रहा है और वो सितंबर 2016 में जमानत मिलने के बाद से भाग रहा था।

लेकिन मामला अभी भी सुलझा वहीं था। क्योंकि संदिग्ध अभी भी पकड़ में नहीं आया था। वो परिवार से संपर्क में नहीं था और उसके पास मोबाइल भी नहीं था।

एजेंसी ने करीब 80 लोगों को चिह्नित किया जिनसे वो संपर्क कर सकता था और उनका पीछा करना शुरू कर दिया। उनके कॉल्स की निगरानी शुरू की लेकिन संदिग्ध ने संपर्क किया भी तो अनजान लोगों के मोबाइल से किया।

लेकिन एक कॉल 13 अप्रैल को आई जिसे एजेंसी ने इंटरसेप्ट किया और तुरंत शिमला के करीब रोहारू में एक टीम भेजी गई।

टीम ने एक मजदूर को देखा जिसकी प्रोफाइल उससे मैच करती दिखी जिसका वो पीछा कर रहे थे। उसे गिरफ्तार कर लिया गया और दिल्ली लाया गया। टेस्ट में उसके डीएनए सौ फीसदी मैच कर रहे थे।

पूछताछ में पता चला कि पीड़ित छात्रा मेहसू गांव के एक स्कूल में पढ़ती थी। वहां से बच्चों को बालसंग गांव जाने के लिये पैदल चलना होता था और उसमें एक घंटे से ज्यादा लगते थे।

4 जुलाई को अनिल कुमार जो वहां कथित तौर पर छुपा हुआ था और वहां के खेत में काम करता था वो उस समय उधर से जा रहा था। उसने स्कूल से लौट रही उस लड़की को उस समय देखा।

उसने उस लड़की को पकड़ा और उसके साथ कथित रेप किया और बाद में हत्या कर दी। क्लास 10 में पढ़ने वाली लड़की उसके बाद मिली नहीं बाद में उसकी नग्न लाश कोटखाई के जंगल में 6 जुलाई को मिली।

आरोपी को बुधवार को शिमला की कोर्ट में पेश किया गया और न्यायायिक हिरासत में भेजा गया है।

इसी जाच के सिलसिले में सीबीआई ने आईजीपी ज़ेडएच ज़ैदी, डीएसपी मनोज जोशी और छह अन्य पुलिसकर्मियों को हिरासत में इस मामले में पहले गिरफ्तार किये गए एक शख्स की मौत के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।

ज़ैदी एसआईटी का नेतृत्व कर रहे थे जो इस मामले की जांच कर रही थी।

और पढ़ें: पाक बन जाएगा विश्व का तीसरा सबसे बड़ा परमाणु हथियार रखने वाला देश!