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शीतकालीन सत्र: CCPA की बैठक में आज तय होगी तारीख और एजेंडे पर लगेगी मुहर

गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली समिति की बैठक में शीतकालीन सत्र को शुरू किए जाने की तारीख और उसके एजेंडे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

Updated on: 24 Nov 2017, 10:55 AM

highlights

  • संसद के शीतकालीन सत्र की तारीख और एजेंडे को लेकर आज होगी संसदीय मामलों की समिति की बैठक
  • गृह मंत्री की अध्यक्षता वाली समिति की बैठक में शीतकालीन सत्र को शुरू किए जाने की तारीख और उसके एजेंडे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा

नई दिल्ली:

संसद के शीतकालीन सत्र को बुलाने में हो रही देरी को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बाद संसदीय मामलों की समिति (सीसीपीए) की आज सुबह 10 बजे बैठक होने जा रही है। 

गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली समिति की बैठक में शीतकालीन सत्र को शुरू किए जाने की तारीख और उसके एजेंडे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

गौरतलब है कि कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने शीतकालीन सत्र को बुलाए जाने में हो रही देरी को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गुजरात विधानसभा से पहले सवाल-जवाब से बचना चाहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार 'लोकतंत्र के मंदिर को बंद कर' संवैधानिक जवाबदेही से नहीं भाग सकती।

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सोनिया गांधी ने कहा, 'प्रधानमंत्री के पास आधीरात को संसद में बिना तैयारी के और दोषपूर्ण वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू कर खुशी मनाने का समय है, लेकिन उनके पास संसद का सामना करने का साहस नहीं है।'

सोनिया गांधी के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा था कि इससे पहले भी कई मौके पर संसद सत्र में देरी हुई है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रतिपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए बुधवार को यह साफ किया कि संसद का शीतकालीन सत्र नियमित सत्र रहेगा।

उन्होंने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव की तिथियों के बीच संसद का सत्र आरंभ नहीं होगा। जेटली ने बताया, 'संसद का शीतकालीन सत्र होगा और यह नियमित सत्र होगा। हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि शीतकालीन सत्र नियमित होगा और गुजराज चुनाव की तिथियों के साथ नहीं होगा।'

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जेटली कांग्रेस के आरोप का जवाब दे रहे थे। विपक्ष की ओर से कहा गया था कि सरकार गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 9 और 14 दिसंबर को होने वाले मतदान के पहले बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ आरोपों को लेकर बहस से बचने की कोशिश कर रही है।

वित्त मंत्री ने कहा, 'लोकतंत्र में जब चुनाव होते हैं तो राजनीतिक दल जनता से सीधा संवाद करते हैं। चुनाव और संसद का सत्र आमतौर पर एक साथ नहीं चलते हैं। यह परंपरा अतीत से ही चली आ रही है। यहां तक कि शीतकालीन सत्र भी लंबित हुए हैं, सत्र में रद्दोबदल किया गया है और टुकड़ों में सत्र का संचालन हुआ है।'

उन्होंने कहा कि पूर्व में आम चुनावों के दौरान तो बजट भी विलंब से पास हुआ है। संसद इसलिए स्थगित कर दी गई ताकि राजनीतिक दल चुनावों में हिस्सा ले सकें।

जेटली की यह टिप्पणी इस कयास के बीच आया है कि संसद का शीतकालीन सत्र गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए 14 दिसंबर को अंतिम चरण के मतदान के बाद ही शुरू होगा।

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